- Home
- Sports
- Other Sports
- साड़ी पहन, मेहंदी लगा नंगे पैरों 5 घंटे लगातार दौड़ी महिला....और कर दिया देश का सिर ऊंचा
साड़ी पहन, मेहंदी लगा नंगे पैरों 5 घंटे लगातार दौड़ी महिला....और कर दिया देश का सिर ऊंचा
| Published : Feb 10 2020, 02:24 PM IST / Updated: Feb 10 2020, 03:01 PM IST
साड़ी पहन, मेहंदी लगा नंगे पैरों 5 घंटे लगातार दौड़ी महिला....और कर दिया देश का सिर ऊंचा
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
17
ये महिला है नीलिमा पाई जिन्होंने मियामी हेराल्ड ने इनकी पूरी स्टोरी पब्लिश की है। रिपोर्ट में लिखा है- अगर आप एक रंगीन साड़ी पहने एक महिला को मियामी हाफ मैराथन में रविवार की सुबह मियामी की सड़कों पर खुशी से दौड़ते देखते हैं तो प्लीज उसके पैरों को साफ कर दें क्योंकि वो नंगे पैर दौड़ रही है।
27
ये महिला है नीलिमा पाई जो अपने परिवार के साथ 2015 में मुंबई (भारत) से वेस्टन आकर बस गई हैं। नीलिमा लाइफ टाइम मियामी मैराथन और हाफ मैराथन के 13.1-मील की इस प्रतियोगिता में बेयर फुट (यानि नंगे पैर दौड़ने वाले धावकों) की लिस्ट में पहली विनर बनने का ख्वाब देख रही हैं। 45 साल की नीलिमा इस दौड़ में एक-एक मील के रास्ते का पूरा आनंद लेते हुए दौड़ती नजर आती हैं। हालांकि ये जानते हुए भी कि मियामी की सड़के काफी कठोर और खुदरी हैं वे नंगे पैर ही मैराथन में दौड़ रही हैं।
37
मियामी की मैराथन में दौड़ने वाली इस भारतीय महिला ने लाल सुर्ख साड़ी में दौड़ लोगों का ध्यान खींचा। उन्होंने मैराथन में दौड़ने से पहले अपने दोनों पैरों में मेहंदी भी लगाई। नीलिमा दौड़ने से पहले अक्सर अपने पैरों को मेहंदी से सजाती हैं फिर सड़कों पर दौड़ पड़ती हैं। उन्होंने 5 घंटे में दौड़ पूरी कर विदेश में भारत का सिर ऊंचा कर दिया।
47
नीलिमा की बात करें तो मुंबई में वे एक खतरनाक धावक (रनर) रही हैं। सड़कों पर नंगे पांव दौड़ने का भी उनका पूरा इतिहास रहा है। मुंबई में लगभग आठ साल पहले उन्होंने पति से प्रेरणा लेकर दौड़ना शुरू किया था। नीलिमा नंगे पांव दौड़ने के सवाल पर कहती हैं कि, "मैं अपने जूते में घुटन महसूस कर रही थी हालांकि जूते अच्छे थे लेकिन मैंने सोचा उनके अंदर से पैर रहने से मुझे खुशी नहीं मिल रही थी, धरती को छूकर दौड़ना चाहती थी इसलिए नंगे पांव दौड़ना शुरू कर दिया''
57
फ्रेंकलिन टेम्पलटन में उपाध्यक्ष के पद पर काम करने वाले नीलिमा के पति विवेक ने भी नंगे पैर दौड़ने की कोशिश की लेकिन एक या दो मील चलने के बाद उन्होंने इसे एक बुरा आइडिया कहकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा पैरों में छाले पड़ने से अच्छा है मैराथन जूते पहनकर दौड़ना। पर उनकी पत्नी ये काम खुशी-खुशी कर लेती हैं।
67
नीलिमा भारत में एक बड़े लेवल की रनर रही हैं। वे 15 साल के बेटे और 20 साल की बेटी की मां भी हैं। नीलिमा ने चार मैराथन और दो हाफ मैराथन पूरी कर रिकॉर्ड अपने नाम किए हुए हैं। 2015 में उन्होंने पहली बार नंगे पैर दौड़कर लोगों को हैरान कर दिया। मुंबई में नीलिमा ने 26.2-मील की दौड़ 5 घंटे, 13 मिनट में पूरी की थी। वह एक बार न्यूयॉर्क और मियामी में दो बार मैराथन में भाग ले चुकी हैं।
77
नंगे पैर दौड़ने वाली नीलिमा को पैरों में चोटें भी आई हैं। पर इन चोटों को वो ट्रेनिंग के तौर पर लेती हैं। वे कहती हैं कि हजारों मील की दूरी पर बिना जूतों के दौड़ने के लिए इन चौटों में मेरे पैरों को ट्रेनिंग करके सख्त बना दिया है। दौड़ पूरी करने के बाद नीलिमा के पैरों में मुश्किल से फफोले या कोई निशान होते हैं। नीलिमा कहती हैं कि, दौड़ना उनके लिए एक नशा बन चुका है, वे दिल से जो अच्छा लगता है करती हैं, देश विदेश में होने वाली हर मैराथन में वो भाग लेती हैं और उन्होंने ऐसे कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।