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8 महीने के बच्चे की हार्ट सर्जरी के लिए अपना ओलंपिक मेडल बेचने तक को तैयार हुई एथलीट, दिल को छू लेगी कहानी
स्पोर्ट्स डेस्क : ओलंपिक में पदक जीतना हर खिलाड़ी का सपना होता है, जिसके लिए वह दिन रात मेहनत करते हैं। लेकिन कई बार किसी कारण के चलते उन्हें अपना पदक बेचना पड़ता है। कुछ ऐसा ही हुआ पोलैंड की एथलीट मारिया आंद्रेजिक (Maria Andrejczyk) के साथ, जिन्होंने इस साल टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में जेवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीता था। लेकिन इस एथलीट की दरियादिली तो देखों, कि एक बच्चे की मदद के लिए उन्होंने अपने सबसे बड़े सपने को ही नीलामी (Auctions) पर रख दिया। मारिया ने हाल ही में अपना सिल्वर मेडल को बेचकर इस 8 महीने के बच्चे की हार्ट सर्जरी का बीड़ा उठाया है। आइए आपको बताते हैं इस एथलीट के बारे में...
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मारिया आंद्रेजिक ने सिर्फ टोक्यो ओलंपिक में पदक ही नहीं बल्कि करोड़ों लोगों का दिल भी जीत लिया है। दरअसल, इस एथलीट ने 8 महीने के एक लड़के के लिए पैसे जुटाने में मदद करने के लिए अपने ओलंपिक सिल्वर मेडल की नीलामी की, जिसे यूएसए में हार्ट की सर्जरी की जरूरत थी।
8 महीने के इस बच्चे का नाम मिलोस्ज मालिसा (Miloszek Malysa) है, जो पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है। उसका परिवार बच्चे के ऑपरेशन के लिए पैसे जुटा रहा था। इस बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी कि बच्चे का ऑपरेशन न होने पर उसका जीवन खतरे में है।
इस पोस्ट को ओलंपिक मेडलिंस्ट मारिया ने देखा और उनसे रहा नहीं गया और वो बच्चे की मदद के लिए आगे आ गई। मारिया आंद्रेजिक ने 11 अगस्त को फेसबुक पर यह घोषणा कि वह मिलोस्ज मालिसा के लिए अपने ओलंपिक सिल्वर मेडल की नीलामी करेगी।
बताया जा रहा है, कि बच्चे के इलाज के लिए करीब 2.86 करोड़ रुपये की जरूरत है। ऐसे में इसके लिए फंडरेजर चलाया जा रहा है। मारिया भी इसका हिस्सा बनीं और मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाएं।
उनके पोस्ट के बाद पोलैंड के एक कन्वेंस सेंटर जबाका (Zabka) ने करीब 51,000 डॉलर (लगभग 38 लाख रुपये) में उनके मेडल को खरीदा लिया, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि मारिया अपना मेडल रख सकती हैं। बिना मेडल लिए ही वह उस बच्चे की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि मारिया ने नेक भावना से अपना मेडल नीलाम करने का फैसला किया। हम उनसे उनका मेडल नहीं लेंगे। वहीं, मारिया के फैंस ने भी बच्चे के इलाज के लिए अतिरिक्त 76,500 डॉलर की मदद भेजी है।
बता दें कि 25 वर्षीय मारिया ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिलाओं की जेवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीता था। वह खुद कैंसर पीड़िता थी और हाल ही में उन्होंने कैंसर को मात देकर ओलंपिक में भाग लिया था। 2019 में मारिया आंद्रेजिक की हड्डी के ट्यूमर, ओस्टियोमा के बाद एक सर्जरी हुई थी। हालांकि, वह ठीक हो गई है।
इससे पहले 2016 के रियो ओलंपिक में 64.78 मीटर के थ्रो के साथ वह चौथे स्थान पर रहने के बाद एक पदक से चूक गए थे। वह 0.02 सेमी के अंतर से पोडियम फिनिश करने से चूक गई थीं। हालांकि, इस बार उन्होंने पहली बार ओलंपिक मेडल अपने नाम किया।