- Home
- Sports
- Other Sports
- जिस हाथ की हुई थी सर्जरी, उसी हाथ से फेंका 87.58 मीटर दूर भाला, 2 साल में खुद को बनाया फौलाद की तरह मजबूत
जिस हाथ की हुई थी सर्जरी, उसी हाथ से फेंका 87.58 मीटर दूर भाला, 2 साल में खुद को बनाया फौलाद की तरह मजबूत
- FB
- TW
- Linkdin
कहते हैं ना असफलताओं और संघर्षों के बिना कोई भी सफलता की कहानी पूरी नहीं होती है। भारत को टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल जीताने वाले नीरज चोपड़ा के करियर में उस समय बहुत मुश्किलें आई, जब उन्हें 2019 में कंधे में चोट लगी थी और उसी साल मई में उन्हें सर्जरी करानी पड़ी थी।
सर्जरी के बाद वह 6 महीने के लिए वह खेलों से दूर हो गए थे। इसके बाद कोरोना महामारी के चलते उन्हें फॉर्म में वापस आने में काफी समय लगा। लेकिन नीरज ने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत-लगन से एक बार फिर वापसी की।
ये तस्वीर उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पेज पर 3 मई 2019 को शेयर की थी, जब उनके हाथ की सर्जरी हुई थी। लेकिन खिलाड़ी का जज्बा देखो, कि दूसरे हाथ से वह थंम्स अप करते नजर आ रहे है, जैसे कह रहे हों, कि मैं जल्द वापसी करूंगा।
इसके बाद 23 नंवबर 2019 को उन्होंने अपनी कुछ तस्वीरें पोस्ट की, जिसमें वह एक बार फिर फील्ड पर नजर आए और अपनी फ्लेक्सिबिलिटी और ताकत दिखाई।
नीरज अपनी प्रैक्टिस से लेकर अपनी पर्सनल लाइफ तक की कई सारी फोटोज अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर करते हैं। इंस्टाग्राम पर उनके कुल 1.9 मिलियन फॉलोअर्स हैं।
खेल के साथ-साथ नीरज अपने लुक्स पर काफी ध्यान देते हैं। इस तस्वीर में देखिए, किस तरह वह अपनी हेयरस्टाइल के साथ एक्सपेरीमेंट्स करते रहते हैं।
नीरज को बाइक्स का भी बहुत शौक हैं। हार्ले डेविडसन बाइक के साथ नीरज की तस्वीर।
बता दें नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गांव में एक किसान के घर पर हुआ था। शनिवार को 23 वर्षीय नीरज ने वो कमाल करके दिखाया है, जिसका सपना भारत सदियों से देख रहा था।
उन्होंने भारत को 121 साल के इतिहास में पहली बार ट्रैक एंड फील्ड में कोई पदक दिलाया है। इसके अलावा वह अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे एथलीट बने है, जिन्होंने ओलंपिक में एकल प्रतियोगिता में गोल्ड जीता है।