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मैरिज की तैयारियों के बीच मौत ने दिखाई बेरहमी...आधी रात सड़क पर दूर तक सुनाई पड़ीं चीखें
वडोदरा, गुजरात. बुधवार तड़के करीब 3 बजे मिनी ट्रक और ट्राले के बीच हुए भीषण हादसे में 5 महिलाओं सहित 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि 16 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इनमें एक ही परिवार के 5 सदस्य भी शामिल हैं। इनमें पति-पत्नी, उनका बेटा, बेटी और चचेरा भाई भी है। वहीं, मरने वालों में 8 से 12 साल के बच्चे भी हैं। ये लोग सूरत से प्रसिद्ध देवी स्थल पावागढ़ दर्शन करने निकले थे। हादसा नेशनल हाईवे पर वाघोडिया चौक के पास हुआ। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने दु:ख व्यक्त किया है। घायलों को वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद घायलों की चीख-पुकार सुनकर आसपड़ोस के लोग मदद को पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। हादसे में 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि 2 ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों में तीन मां और उनके इकलौते मासूम बेटे शामिल हैं। आगे पढ़ें दर्दनाक हादसे की कहानी...
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इस हादसे में दयाबेन(राइट), उनके बेटे सुरेश जिंजाला, बेटी आरती के अलावा पति और चचेरे भाई(तस्वीर में नहीं) की मौत हो गई। हादसे के वक्त सभी मिनी ट्रक में बैठकर माता के जयकारे कर रहे थे। कुछ लोग सो रहे थे।
सुरेश जिंजाला की सगाई हो चुकी थी। दिसंबर में उसकी शादी थी। सभी लोग शादी की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन इससे पहले ही मौत ने पूरी फैमिली नष्ट कर दी। यह परिवार और बाकी लोग पावागढ़ के अलावा वडताल और डाकोर स्थित मंदिरों के भी दर्शन करने वाले थे। हादसे में सुरेश के अलावा उसकी बहन आरती भी चल बसी।
दयाबेन जिंजाला(गोले में) अपने परिवार के साथ सूरत की आशानगर सोसायटी में रहती थीं। उनके परिवार के सभी सदस्य बेहद मिलनसार थे। हादसे की खबर सुनकर उनके पड़ोस में मातम पसर गया।
वडोदरा सयाजी हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट रंजन अय्यर ने बताया कि मरने वालों में 5 महिलाएं, 4 पुरुष और 2 बच्चे शामिल हैं।
हादसे के बाद घायलों की चीख-पुकार सुनकर समीप के गांव के लोग वहां पहुंचे। उन्होंने बाकी लोगों को बुलाया और घायलों की मदद की। इस बीच पुलिस को सूचित किया गया।
जो लोग मातारानी के दर्शनों को हंसते-खेलते घर से निकले थे, उनकी लाशें ऐसे वापस लौटीं।