- Home
- States
- Other State News
- एक विवाह ऐसा भी : बछड़े-बछिया की शादी, नाचते-गाते पहुंचे बाराती, मंडप सजा, मंत्रोचार हुआ, मंगल गीत गाए गए
एक विवाह ऐसा भी : बछड़े-बछिया की शादी, नाचते-गाते पहुंचे बाराती, मंडप सजा, मंत्रोचार हुआ, मंगल गीत गाए गए
- FB
- TW
- Linkdin
मंडप सजा, सात फेरे लिए
बछड़े और बछिया की शादी धूमधाम से मंदिर में कराई गई। इस शादी में वर-वधू दोनों पक्ष के लोग शामिल हुए। लाडवी गांव में हुई इस शादी को लेकर पूरा गांव उत्साहित दिखा। बछड़े की तरफ से आए बारातियों का धूमधाम से स्वागत किया गया।
दूल्हा-दुल्हन सजे
यह शादी बिल्कुल हटके थी। सिर पर साफा बांधे दूल्हा बने बछड़े को देख हर कोई आश्चर्य से भरा हुआ था। उसे नए-नए कपड़े पहनाए गए थे। दुल्हन बछिया भी सात श्रृंगार किए हुए थी। उसके सिर पर मुकुट बांधा गया था और उसे लाल जोड़े पहनाए गए थे।
मंत्रोच्चार हुआ, मंगल गीत गाए गए
वर के रूप में बछड़े का नाम शंखेस्वर है, जबकि वधू के रूप में बछिया का नाम चन्द्रमौली है। दोनों की शादी मंदिर में हुई। वहां मंडप तैयार किया गया। दोनों पक्ष के लोग उस मंडप में बैठे। मंगल गीत गाए गए। पंडित मंत्रोचार कर रहे थे।
तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल
बछड़ा और बछिया की शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। बता दें कि लाडवी गांव की एक गौशाला में हुई, जहां गौशाला के संचालक संत की वधू के रूप में बछिया है जबकि वर के रूप में जयंती भाई का बछड़ा है।
उत्तरायण पर गौ-दान का महत्व
बछिया के मालिक जयंती भाई ने बताया कि उत्तरायण का दिन पवित्र माना जाता है। मकर संक्रांति पर गौदान का काफी महत्व होता है। हम लोगों को मन में ऐसा करने का विचार आया तो हमने ऐसा आयोजन किया। उन्होंने बताया कि बछड़ा और बछिया दोनों की उम्र एक साल है।