अपने जैसों को देखकर खुश तो बहुत थे, लेकिन बात-करते-करते रो भी पड़े ये लोग
| Published : Aug 26 2019, 03:53 PM IST
अपने जैसों को देखकर खुश तो बहुत थे, लेकिन बात-करते-करते रो भी पड़े ये लोग
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प्राइड मार्च में 100 से ज्यादा LGBT मौजूद थे। ये लोग अपने लिए समानता का हक मांग रहे थे। इस दौरान LGBT ने एक-दूसरे गले लगाकर और डांस करके खूब एंजॉय किया।
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प्राइड मार्च में अलग-अलग राज्यों से LGBT मौजूद थे। प्राइड मार्च में परियोजना कल्याण समिति के अध्यक्ष सागर डोगरा, सचिव एचएस भंडारी और सदस्य अशिका के अलावा श्रेया मौजूद थीं।
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प्राइड मार्च के दौरान जब LGBT एक-दूसरे से मिले, तो उनकी आंखों में खुशी और गम के आंसू थे। वे अपनी पीड़ा बताते हुए मायूस दिखे। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि एक न एक दिन समाज उनकी भावनाओं की कद्र करेगा।
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प्राइड मार्च में कई LGBT ऐसे भी थे, जिनके घरवालों को उनके बारे में पता नहीं था। उन्होंने कहा कि जब परिजनों को इसके बारे में पता चलेगा, तो दुख होगी लेकिन वे अपने लिए भी खुशी तलाश रहे हैं।
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प्राइड मार्च में कई LGBT ऐसे भी थे, जिन्होंने सोशल मीडिया के जरिये इस आयोजन की जानकारी जुटाई थी। उन्होंने कहा कि वे अपने लिए सिर्फ समानता का हक चाहते हैं।
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प्राइड मार्च का मकसद LGT के लिए समानता के अधिकार की मांग उठाना था। एक LGBT ने कहा कि वे भी इंसान हैं। वे दूसरों से अलग हैं, लेकिन उनके पास भी दिल है। भावनाएं हैं।