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- 45 डिग्री टेम्परेचर में ऐसे पड़ा मिला मासूम, जैसे जितने दिन जीया, उसके लिए 'मां' का उपकार प्रकट कर रहा हो
45 डिग्री टेम्परेचर में ऐसे पड़ा मिला मासूम, जैसे जितने दिन जीया, उसके लिए 'मां' का उपकार प्रकट कर रहा हो
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पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि बच्चे को जिंदा यहां फेंका गया या मारकर। सच्चाई का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल, पुलिस आसपास के अस्पतालों में प्रसव की जानकारी जुटा रही है।
आगे पढ़िए नींद में खलल पड़ने पर पिता ने ले ली 9 महीने की बच्ची का जान
दिल दहलाने वाली घटना सूरत जिले के सलाबतपुरा के रेशमवाड़ इलाके में हुई। आरोपी पिता उवेश हसन शेख घर में ही लाँड्री चलाता है। सोमवार सुबह करीब सवा नौ बजे बच्ची के रोने की आवाज से उसकी नींद टूट गई थी। इससे गुस्से में आकर उसने 9 महीने की बेटी आयन उर्फ आयत के सिर-सीने और चेहरे पर दनादन मुक्के दे मारे। इसके बाद भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ और उसने बच्ची को जमीन पर पटक दिया। जमीन पर गिरते ही बच्ची के मुंह से झांक निकला और वो बेहोश हो गई। इसके बाद उवेश अपनी पत्नी के साथ बाइक पर बच्ची को अस्पताल ले गया। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। आगे पढ़िए इसी घटना के बारे में..
हॉस्पिटल से आरोपी बेटी की लाश को घर ले आया था। लेकिन एक मां का दिल नहीं माना। आखिरकार अमरीन ने ही पुलिस में कॉल करके अपने पति उवेश की हरकत बयां कर दी। अमरीन ने बताया कि उवेश गुस्से में अकसर बेटी को मारता था। बताते हैं कि हॉस्पिटल से घर आने के बाद अमरीन बेटी की लाश को लेकर लिंबायत, मीठी खाड़ी अपने मायके चली गई। वहां से उसने पुलिस को कॉल किया था। आगे पढ़िए इसी घटना के बारे में..
थाना प्रभारी एमवी कीकाणी ने बताया कि बच्ची दम्पती की इकलौती संतान थी। आरोपी को अभी सलाबतपुरा पुलिस थाने के आइसोलेशन रूम में रखा गया है। कोरोना टेस्ट के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। उवेश के साढू बिलाल मलिक ने पुलिस को बताया कि वो आयन को पसंद नहीं करता था। उसे बेटी नहीं चाहिए थी। करीब 6 महीने पहले भी उवेश ने बच्ची के हाथ में अपने दांतों से काट लिया था। 27 दिसंबर को इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई थी। हालांकि बाद में उवेश ने माफी मांग ली थी। सोमवार को बच्ची की हत्या से पहले भी आरोपी ने उसके पैर में काटा था। आगे पढ़िए इसी घटना के बारे में
आरोपी अपनी ही बच्ची से इतनी नफरत करता था कि उसे मां का दूध तक नहीं पीने देता था। मामले को उवेश के परिजन दबाना चाहते थे। उन्होंने बच्ची की मां पर दवाब बनाया था कि वो पुलिस में बोल दे कि बच्ची नीचे गिर गई थी।(खबर को प्रभावी दिखाने इस काल्पनिक चित्र का इस्तेमाल किया गया है।)