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तबाही भले आ गई हो, लेकिन कितनी खूबसूरत दिखती हैं यहां की वादियां, देखें उत्तराखंड़ की Exclusive PHOTOS
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उत्तराखंड के कौशानी में 500 पर्यटक फंसे
राज्य में बीते 48 घंटे से लगातार भारी बारिश हो रही है। सोमवार रात से कौशानी से नैनीताल (Nainital) और मुनस्यारी (munsiyari) के रास्ते में कई बार लैंडस्लाइड देखने को मिली। कौशानी में कई जगहों पर करीब 500 पर्यटक फंसे हुए हैं। इनमें ज्यादातर बंगाल के पर्यटक हैं, जिनकी अगले दो दिनों में दिल्ली से उड़ान या ट्रेन है।
कौसानी में बंगाल के 100 पर्यटक फंसे
यहां तक कि कौसानी और उसके आसपास इलाके में दो-तीन छोटे लैंडस्लाइड भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, कौशानी इलाके में बंगाल के करीब 100 पर्यटक फंसे हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड और दिल्ली में 48 घंटे तक मौसम खराब रह सकता है। इसके बाद धूप देखने को मिलेगी।
लैंडस्लाइड से नैनीताल-मुनस्यारी मार्ग बंद
लैंडस्लाइड और भारी बारिश की वजह से कौशानी से नैनीताल और मुनस्यारी का रास्ता बंद है। ऐसे में पर्यटकों का फिलहाल अगले कुछ दिन दिल्ली पहुंचना मुश्किल है। कई पर्यटकों को डायवर्ट रूट से नैनीताल होकर दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।
रिजॉर्ट में घुसा पानी, 150 पर्यटक फंसे
बारिश की वजह से कोसी नदी का पानी कहर बनकर बह रहा है। यहां मोहान के पास बने एक रिजॉर्ट में नदी का पानी घुसने से 150 पर्यटक फंस गए हैं। 12 से ज्यादा कारें डूब गई हैं। पुलिस के मुताबिक, मोहान के पास लेमनट्री रिजॉर्ट में रविवार को दिल्ली, यूपी आदि जगहों से रुकने के लिए 150 से ज्यादा पर्यटक समेत बच्चे आए थे।
मौसम साफ होने तक होटल में रुकेंगे: पर्यटक
पर्यटकों का कहना है कि तब तक होटल में रुकेंगे, जब तक आवागमन शुरू नहीं हो जाता। सड़कों पर मलबा जमा है। कौसानी से पहले नैनीताल पहुंचेंगे। इसके बाद ट्रेन के जरिए दिल्ली पहुंचेंगे।
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लैंडस्लाइड से 15 लोगों की मौत
रिजॉर्ट में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए रामनगर से रेस्क्यू टीम और एक बस भेजी गई। नाले उफान पर आने से एनएच 309 और रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर आवागमन बंद है। दूसरी ओर, नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण 9 मजदूरों समेत कुल 15 लोगों की मौत हो गई है।
रामगढ़ में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हुए...
यहां रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए थे। ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। ये लोग यहां एक मकान में रहते थे। शाम को इन मजदूरों पर बारिश के कारण मलबा आ गिरा, जिससे 9 की मौत हो गई।
नैनीताल में झील का जलस्तर सबसे ज्यादा...
बारिश ने अक्टूबर में नैनीझील के जलस्तर के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। सोमवार शाम करीब पांच बजे तक नैनीताल में 200 मिमी बारिश दर्ज की गई। ऐसे में झील का जलस्तर 12.2 फीट हो गया। ये ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड से ज्यादा है। झील का पानी ओवरफ्लो होकर माल रोड तक पहुंच गया। इससे पहले अक्टूबर 1998 में सबसे ज्यादा 106 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। तब जलस्तर 11.5 फीट पहुंचने पर झील का पानी ओवरफ्लो हुआ था।
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नैनीताल में वाहनों की आवाजाही रोकी गई
नैनीताल की तरफ वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोकी गई है। झील किनारे रह रहे सभी लोगों को अलर्ट किया गया है। संबंधित अधिकारी राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। शहर के तीनों मार्गों को खुलवाने के लिए जेसीबी भेजी गई है। इसके जरिए रास्ते तैयार किए जा रहे हैं।
प्रदेश में आज भी जमकर बारिश, ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने प्रदेश में मंगलवार के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे पहले 19 अक्टूबर को रेड अलर्ट घोषित किया था। बुधवार से प्रदेश के मौसम में कुछ सुधार होने की उम्मीद है, लेकिन ठंड बरकरार रहेगी। सोमवार को प्रदेश में कई जिलों में दिनभर बारिश हुई। मंगलवार को कुमाऊं मंडल के ज्यादातर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
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सरकार ने अनावश्यक यात्रा ना करने की सलाह दी
उत्तराखंड सरकार ने बारिश को देखते हुए अलर्ट जारी किया और लोगों से बुधवार को भी अनावश्यक यात्राएं ना करने की सलाह दी है। चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को भी उनके वर्तमान स्थान पर ही बने रहने के लिए कहा है। सोमवार को आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि मौसम और आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करवाया जाए।