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इन दरिंदों ने किया ऐसा शर्मनाक कृत, अब आखिरी सांस तक तड़पेंगे..जज बोले-द्रौपदी के चीरहरण जैसा कृत्य
अलवर. हाथरस गैंगरेप के बाद से देश के लोगों में आक्रोश है, हर तरफ इसकी ही चर्चा हो रही है। ऐसी ही एक हैवानियत की वारदात करीब सवा साल पहले राजस्थान के अलवर जिले में घटी थी। जिसने पूरे प्रदेश का सिर शर्म से झुका दिया था। इस बहुचर्चित अलवर गैंगरेप (Alwar gangrape case) केस में एससी-एसटी कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया, जहां जज ने सभी 5 आरोपियों को दोषी करार देते हुए 4 को उम्रकैद यानि आखिरी सांस तक जेल में रहने की सजा सुनाई । वहीं एक को वीडियो वायरल करने के आरोप में 5 साल की सजा सुनाई। न्यायधीश ब्रजेश कुमार ने अपने फैसले में कहा कि यह कृत्य रामकाल के सीता हरण और द्रोपदी के चीरहरण के समान है जो समस्त मानवता को शर्मसार करती है।
| Published : Oct 06 2020, 05:25 PM IST / Updated: Oct 06 2020, 06:12 PM IST
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दरअसल, इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना पिछले साल 26 अप्रैल 2019 को दिनदहाड़े हुई थी। जिसमें आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर उसके ही सामने ही पत्नी के साथ एक-एक करके गैंगरेप किया। इतना ही नहीं इसमें एक मुकेश नाम के आरोपी ने घटना का वीडियो भी बनाया था। जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था। मामला सामने आने के बाद 6 दिन बाद यानि 2 मई को यह मामला दर्ज हुआ था।
इस कृत्य के बाद राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की खूब किरकिरी हुई थी। वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में इसको लेकर विरोध हुआ था। इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गैंगरेप पीड़ित से मिलने उसके घर पहुंचे थे। जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि पीड़िता को न्याय और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।
बता दें कि 26 अप्रैल 2019 को थानागाजी के रहने वाले पति-पत्नी बाइक से कहीं जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से पांच युवक आए और उनका पीछ करके सुनसान इलाके में रोक लिया। इसके बाद दंपति को जबरदस्ती जंगल की तरफ ले गए। जहां आरोपियों ने युवक को रस्सी से बांध दिया और उसके ही सामने पत्नी के साथ बलात्कर करने लगे। दोनों दरिंदों के हाथ-पैर जोड़ते रहे लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। इसके बाद पीड़ित किसी तरह थाने पहुंचे और आपबीती बताते हुए मामला दर्ज करने को कहा। लेकिन पुलिस वाले ने उनको डांट फटकार के वहां से भगा दिया और शिकायत नहीं लिखी।
मंगलवार को जब कोर्ट ने जब चार आरोपी इंद्राज, अशोक, छोटेलाल और हंसराज को उम्रकैद की सजा सुनाई तो अदालत में उनको देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। बता दें कि इस मामले में एक नाबालिग भी अपराधी है। जिसको लेकर अलवर के जुवेनाइल बोर्ड में सुनवाई चल रही है।