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कर्नल आशुतोष को मुखाग्नि देते समय गर्व से मुस्करा रही थी वीरांगना, फिर सैल्यूट करते ही छलक पड़े आंसू
जयपुर, राजस्थान. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुखाग्नि उनकी पत्नी पल्लवी और बड़े भाई पीयूष ने दी। अपने पति को अंतिम विदाई देते समय पल्लवी की आंखों में आंसू भरे हुए थे, लेकिन ओठों पर गर्व की मुस्कान भी तैर रही थी। उनका कहना था कि देश पर जो मर मिटते हैं, वे हमेशा दिलों में जिंदा रहते हैं, उन पर गर्व होता है। मुझे खुशी है कि मैं इसे जांबाज की वीरांगना हूं।
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सेना की 21 राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल आशुतोष शर्मा का मंगलवार को अजमेर रोड स्थित पुरानी चुंगी मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। पति की चिता को आग देते समय पत्नी पल्लवी की आंखों में आंसू थे, तो गर्व का भाव भी।
जांबाज कर्नल आशुतोष को उनकी पत्नी पल्लवी ने कुछ यू सलामी दी। पल्लवी ने कहा कि यह उनके गर्व की बात है कि वे कर्नल आशुतोष जैसे वीर की पत्नी हैं।
शहीद आशुतोष के अंतिम संस्कार के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी मौजूद थे। शहीद आशुतोष का बुलंदशहर के रहने वाले हैं। हालांकि उनक परिवार लंबे समय से जयपुर में रहता है।
इससे पहले जब कर्नल का पार्थिव शरीर जयपुर पहुंचा, तो उसे लेने पत्नी पल्लवी और बेटी तमन्ना के अलावा कर्नल के भाई पीयूष भी गए थे। सेना के अधिकारियों ने जब पल्लवी को उनके पति की वर्दी और दूसरा सामान सौंपा, तो उसे अपने हाथों में लेते समय पल्लवी की आंखें भर आईं। बेटी भी अपने पापा का सामान देखकर रो पड़ी। लेकिन कुछ ही सेकंड में दोनों मुस्करा दीं। उन्होंने कहा कि वे(आशुतोष) अपना फर्ज निभाकर चले गए, अब बाकी की जिम्मेदारी उनकी है। आशुतोष अपनी बेटी को आईपीएस बनाना चाहते थे। पल्लवी कहती हैं कि अब उनकी बेटी पुलिस अफसर बनकर समाज की सेवा करेगी।
अपने साथियों में टाइगर के नाम से फेमस कर्नल आशुतोष शर्मा अपनी बेटी तमन्ना के बेहद करीब थे। शायद ऐसा कोई दिन नहीं था, जब वह अपनी लाडली से फोन पर बात नहीं करते थे। शर्मा ने आखिरी बार एक मई को बात की थी। उन्होंने कहा था-बेटा मैं अभी एक ऑपरेशन में जा रहा हूं, जल्द ही लौटकर आपसे ढेर सारी बातें करूंगा।
(यह तस्वीर कर्नल के पार्थिव शरीर के जयपुर पहुंचने के दौरान की है)
इससे पहले कर्नल आशुतोष शर्मा को आर्मी कैंपस यानी हसनपुर-खातीरोड स्थित 61 कैवेलरी के ग्राउंड में श्रद्धांजलि दी गई।
कर्नल की पत्नी पल्लवी से आखिरी बार 1 मई को कॉल पर बात हुई थी। पल्लवी ने 21 आरआर की 26वीं वर्षगांठ पर बधाई देने उन्हें कॉल किया था। कर्नल आशुतोष करीब दो साल से हंदवाड़ा में पोस्टेड थे। पल्लवी और आशुतोष की आखिरी मुलाकात 28 फरवरी को उधमपुर में हुई थी। (यह तस्वीर कर्नल के पार्थिव शरीर के जयपुर पहुंचने के दौरान की है)
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में शनिवार को हुई मुठभेड़ में कर्नल आशुतोष सहित पांच जवान शहीद हो गए थे।