यह आंदोलन था या दंगा: उपद्रवियों ने सरकार झुकाने फूंक दी 250 करोड़ की सम्पत्ति
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यह है मामला... 12 अप्रैल 2018 को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में सामान्य शिक्षा के 5431 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। इसमें एसटी को 45, एससी को पांच और सामान्य वर्ग को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। यानी सामान्य वर्ग के 1554 पद भरे जा चुके हैं। 1167 खाली हैं। इन्हीं खाली पदों पर एसटी उम्मीदवारों की नियुक्ति की मांग की जा रही है।
इस घटनाक्रम में सैकड़ों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उपद्रव को देखते हुए उदयपुर की सराडा और गोगुंदा पंचायत समितियों की 55 ग्राम पंचायतों के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं।
किसी दंगे से कम नहीं था यह आंदोलन। इस तरह गाड़ियां फूंक दी गईं।
इस आगजनी में निजी प्रापर्टी को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया।
पुलिस ने सैकड़ों उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है।
हजारों की भीड़ ने आगजनी की।
पुलिस को उपद्रवियों को संभालने कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
उपद्रवियों ने हाईवे से निकलने वाले वाहनों को भी आग लगा दी।
ये तस्वीरें दंगे से कम नहीं हैं।
इस आंदोलन के उग्र होने में प्रशासन की खामी दिखाई दी।
आंदोलनकारियों ने बस्तियों में घुसकर नुकसान किया।
आंदोलनकारियों ने पुलिसवालों पर पत्थर बरसाए।
इस तरह का मंजर दिखा आंदोलन के दौरान।
उपद्रवियों के चलते रास्ते जाम रहे।