MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • States
  • Rajasthan
  • दर्द क्या होता है इस परिवार से पूछिए, 6 दिन खाली पेट रहकर पैदल नापी 1100 KM दूरी

दर्द क्या होता है इस परिवार से पूछिए, 6 दिन खाली पेट रहकर पैदल नापी 1100 KM दूरी

जयपुर. देश को लॉकडाउन लागू हुए डेढ़ महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, अभी भी लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं। प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए राज्य सरकारें पूरी कोशिशें कर रही हैं। लेकिन इसके बाद भी हाजारों मजदूर पने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं। कहीं किसी की चप्पलें घिस गईं तो किसी के पैरों में छाले पड़ गए, फिर भी तमाम कठिनाइयों को सहते हुए वह चलते ही जा रहे हैं। ऐसी एक दर्दभरी कहानी राजस्थान से सामने आई है, यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि, एक खौफनाक सच्चाई है। जहां एक मजदूर ने अपने दो छोटे-छोटे बच्चों, पत्नी को लेकर 6 दिन तक खाली रहकर करीब 1100 किलोमीटर की दूरी पैदल ही माप दी।

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : May 09 2020, 02:42 PM IST| Updated : May 09 2020, 07:18 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
17

जेब में नहीं एक रुपया, भुखमरी की आ गई नौबत: दरअसल, जब लॉकडाउन खत्म होता नजर नहीं आया और भुखमरी की नौबत आ गई तो जयपुर में रहने वाले मजदूर महेश राय ने पैदल ही अपने घर बिहार जाने की ठान ली। इस मजबूर परिवार के पास एक बैग और एक पानी बोलत साथ थी। खाने का ना तो कोई सामान था और ना ही जेब में एक रुपया। रास्ते में जिसने जो खाने को दिया उसको वह अपने दो मासूम बच्चों को खिला देता।

27

पैरों में पड़ गए छाले, पानी-पीकर मिटाई भूख: इतनी तपती धूप होने के बावजूद भी महेश ने अपना हौंसला नहीं खोया। पति-पत्नी पानी पीकर भूख मिटाते रहे, पैदल चलते-चलते पत्नी और बच्चों के पैरे में छाले पड़ गए। वह दर्द से कराहते थे, लेकिन रुकने का नाम नहीं। उनके साथ मैं और भी कई लोग साथ थे, जो राजस्थान से बिहर जा रहे थे।

37

घर पहुंचकर ली सुकून की सांस: पति महेश और पत्नी विभा देवी बच्चों को लेकर लगातार 6 दिन पैदल चलने के बाद शुक्रवार को अपने घर गोपालगंज पहुंचे। जब कहीं जाकर उन्होंने राहत की सांस ली। 

47

कोई आगे निकला तो कोई रह गया पीछे: महेश राय ने बिहार पहुंचकर बताया कि उनके साथ में और भी कई लोग पैदल जयपुर से बिहार आए हुए थे, कोई आगे निकल गया तो कोई अभी हमसे पीछे चल रहा है।

57

बेबसी की तस्वीर: यह तस्वीर हरियाणा के अंबाला शहर की है। जहां एक मजदूर अपनी पानी की बोतलों को चप्पल बनाकर तपती धूप में अपना सपर तय करता हुआ।

67

 रोज हजारों मील दूरी पैदल कर रहे तय: लॉकडाउन के चलते रोजगार के ठप होने की सबसे अधिक मार गरीब मजदूरों पर पड़ी है। जब काम बंद हुआ तो लाखों मजदूर जहां थे, वहां ही रुक गए, लेकिन  कुछ नहीं रुक पाए तो पैदल ही घर के लिए रवाना हो गए

77

सबके मन में घर जाने की जिद: सरकार के इंतजाम के बाद भी अभी भी रोज हजारों मजदूर पैदल चलकर अपना सफर तय कर रहे हैं। वह रुकने को तैयार नहीं है, उनक कहना है कि जब मरना ही है तो क्यों ना हम अपनी माटी में जाकर मरे।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved