MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • States
  • Rajasthan
  • जवान ने पत्नी ने जल्द आने का किया था वादा, लेकिन तिरगें में लिपटा आ गया शव...कफन से लिपट फूट फूटकर रोई पत्नी

जवान ने पत्नी ने जल्द आने का किया था वादा, लेकिन तिरगें में लिपटा आ गया शव...कफन से लिपट फूट फूटकर रोई पत्नी

अजमेर (राजस्थान). मातृभूमि की सुरक्षा करते हुए राजस्थान  की माटी के सपूत नायक भागचंद का आज उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। भारतीय सेना में तैनात नायक भागचंद गुर्जर भारत चीन बोर्डर पर पेट्रोलिंग करते समय सड़क हादसे में शहीद हो गए थे। गुरुवार को उनकी पार्थिव देह अजमेर जिले के किशनगढ़ पहुंची जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। गांव में हर तरफ मातम छाया हुआ था। वहीं जवान की पत्नी कफन और उनकी देह से लिपटकर फूट-फूटकर रोए जा रही थी। वह बार-बार यही कह रही थी कि अभी तो आपने जल्द आने का वादा किया था, लेकिन उससे पहले आपकी देश तिरंगे में लिपटी आ गई।

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Jul 14 2022, 03:29 PM IST| Updated : Jul 14 2022, 03:33 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
15

बुधवार सवेरे जब उनको अंतिम विदाई दी गई तो भारत माता के जयकारों लगाते लगाते कई गांव के गांव जमा हो गए। शहीद की पार्थिव देह के साथ कई किलोमीटर लंबी शहीद यात्रा निकाली गई और उसके बाद अंतिम दर्शन कर उनको हमेशा के लिए विदा कर दिया गया।

25

अभी 26 जून को ही तो भागचंद वापस अपनी पोस्ट पर गए थे....। बेटी लक्ष्मी, पत्नी माया, बेटे यश समेत परिवार के लोगों को कहना था कि जल्द ही वापस लौटूंगा....। एक महीने के अवकाश पर आए थे भागचंद। परिवार ने सकुलश विदा किया था किसे पता था कि पंद्रह दिन बाद ही बिना किसी सूचना के हमेशा के लिए लौट आएंगे भागचंद, फिर कभी नहीं लौटने के लिए। 

 

 

 

35

शहीद भागचंद गुर्जर के बड़े भाई नंदाराम गुर्जर ने बताया कि एक महीने की छुट्टी लेकर आए थे भागचंद। गांव वालों से मिले, रिश्तेदारों से मिले। पत्नी माया ने बताया कि कई दिनों बाद आए थे पति। एक महीने की छुट्टी लेकर। बच्चे और हम सब खुश थे। सभी चाह रहे थे कि वे थोड़ा और रुक जाएं। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उनका कहना था कि वापस जल्द आउंगां । तुम खुदका, परिवार का और बच्चों का ध्यान रखना। किसे पता था कि वे अब कभी नहीं लौटेंगे।


 

45

 किशनगढ़ निवासी भागचंद गुर्जर भारतीय सेना की 21 राजपूत रेजिमेंट में थे।  दो दिन पहले पैट्रोलिंग के दौरान उनका वाहन बेकाबू होकर पलट गया था और हादसे में उनकी जान चली गई थी। मंगलवार को इसकी सूचना परिजनों को मिली। बुधवार को जवान भागचंद गुर्जर की देह को हवाई मार्ग से  जयपुर एयरपोर्ट पर लाई गई। उसके बाद सड़क मार्ग से उनके गांव किशनगढ़ में भेजी गई। गांव में शहीद की अतिम यात्रा निकाला गई। देश भक्ति गीत और नारे गूंजते रहे।

55

बता दें कि अपने जांबाज जवान भागचंद गुर्जर के अंतिम दर्शन के  अजमेर जिले के किशनगढ़ के कई गांव के लोग उमड़े थे। हर तरफ भारत माता की जय और वीर सपूत अमर  रहे के नारे गूंज रहे थे।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved