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ये है वो बेटी, जो गणतंत्र दिवस पर रचेगी इतिहास, इसकी कहानी जान हर भारतीय का चौड़ा हो जाएगा सीना
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स्वाति राठौर नाौगर जिले के प्रेमपुरा गांव की रहना वाली हैं। वो भारतीय वायु सेना में अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके पिता डा. भवानी सिंह कृषि विभाग में उप निदेशक के पद पर कार्यरत हैं जबकि मां राजेश कंवर गृहणी हैं। वायुसेना दिवस फ्लाई पास्ट का नेतृत्व कर चुकी स्वाति ने साल 2018 में केरल में आए बाढ़ के दौरान अदम्य साहस और अपनी प्रतिभा का परिचय दे चुकी हैं।
परिवार के लोग बताते हैं कि स्वाति के पायलट बनने का सपना वर्ष 2014 में पूरा हुआ था। साल 2013 में वह एयर फोर्स कामन एडमिशन टेस्ट में बैंठीं थी और टेस्ट क्लियर करने के बाद मार्च 2014 में एयर फोर्स सलेक्शन बोर्ड देहरादून में साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। बता दें कि तब फ्लाइंग ब्रांच के लिए एक मात्र स्वाति का ही चयन हुआ है।
स्वाति के परिवार को भी अपनी बेटी पर गर्व है। उनका कहना है कि वह बचपन से ही निडर और साहसी थी। वह स्कूली पढ़ाई के दौरान खेल में अधिक रूचित रखती थई। बाद में उन्होंने एनसीसी ज्वाइन कर लिया था।
जानकार बताते हैं कि गणतंत्र दिवस को फ्लाई पास्ट के दौरान स्वाति के नेतृत्व में हवाई जहाज का एक फार्मेशन राजपथ के ऊपर से गुजरेगा। इसमें पांच विमा शामिल होंगे। ये विमान महिला शक्ति और सशक्तीकरण का संदेश देंगे।
वायुसेना की इस झांकी में हल्के लड़ाकू विमान, हेलीकपाप्टर और सुखोई-30 शामिल होंगे। बताते चले कि स्वाति से पहले भी राजस्थान की कई बेटियां वायुसेवा में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुकी हैं।
राजस्थान के सीकर जिले के हरदासका बास की बेटी फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्नेहा शेखावत 63 नें गणतंत्र दिवस समारोह में वायुसेना की परेड में का नेतृत्व कर चुकी है। ऐसा करने वाली शेखावत वायुसेना की पहली महिला अफसर बनी थीं। इसके अलावा देश की पहली महिला फाइटर पायलट मोहना सिंह भी राजस्थान की रहना वाली हैं।
फोटो में फाइटर पायलट मोहना सिंह