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5 दिन से मां के साथ मासूम बेटा भी गड्डे में बैठा, बोले इंसाफ नहीं मिला तो यहीं मर जाएंगे...
दौसा. राजस्थान में पिछले पांच दिनों से किसान जमीन समाधि सत्याग्रह कर रहे हैं। फोटो में दिखाई देने वाली एक महिला किसान है। जिसने अपने बेटे के साथ एक गड्डे में बैठकर अनिश्चितकालीन जमीन समाधि सत्याग्रह शुरू किया है। दरअसल, दौसा जिले के लाडली का बास गांव में 101 किसानों का जमीन समाधि सत्याग्रह सोमवार को पांचवें दिन भी जारी है। किसान दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के लिए अधिग्रहित जमीन का किसानों को बाजार दर पर सही मुआवजा नहीं मिलने पर आंदोलन कर रहे हैं। बता दें कि उनके साथ इस सत्याग्रह में किसानों के साथ 31 महिलाएं भी हैं। वह अपने बच्चों के साथ जमीन समाधि लिए हुए हैं।
| Published : Jan 27 2020, 12:15 PM IST / Updated: Jan 27 2020, 01:13 PM IST
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महिलाएं अपने हक के लिए छोटे-छोटे बच्चों को साथ लेकर जमीन समाधि लिए हुए हैं। वह यहीं खाना खाती हैं और रात होने पर यहीं मासूमों को लेकर सो जाती हैं।
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यह आंदोलन भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सांसद किरोड़ी लाल मीणा और प्रदेश किसान संघर्ष समिति के संयोजक हिम्मत सिंह गुर्जर के नेतृत्व में शुरु हुआ है। मीणा का कहना है कि राजस्थान सरकार किसानों को मुआवजा देने में आनाकानी कर रही है। जबकि दूसरे राज्यों में इसकी पूरी राशि मिली है।
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101 किसान अपने साथ महात्मा गांधी और शहीद भगत सिंह की तस्वीर लेकर यह जमीन समाधि सत्याग्रह कर रहे हैं।
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जानकारी के मुताबिक, प्रदेश किसान पिछले 7 महीनों से सही मुआवजा मिलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब सांसद जी ने आंदोलन किया तो तमाम मीडिया से लेकर स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया।
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इसी दौरान एक किसान की तबीयत खराब हो गई तो उसको आनन-फानन में अस्थपाल में भर्ती करना पड़ा। मीणा प्रदेश सरकार से कहा-अब तो किसानों का दर्द सुन लो। वह कई महीनों से यह दर्द झेल रहे हैं।
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जेसीबी मशीन से 101 गड्ढे तैयार किए गए हैं। मौके पर भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है।