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कोरोना ने नवजात के सिर से छीनी मां की छांव, पति बोला अल्लाह से अब बच्चे की सलामती की दुआ कर रहा हूं
जयपुर. कोरोना का कहर अब किसी को नहीं छोड़ रहा है। ऐसी एक मार्मिक तस्वीर राजस्थान से सामने आई है। जहां कोरोना ने एक नवजात से उसी मां को छीन लिया। महिला के पति की बेबसी तो देखो, उसकी गोद में एक तरफ बच्ची थी, वहीं उसके सामने पत्नी की शव पड़ा था। युवक अपनी मासूम बिटिया को देख बस रोए जा रहा था। बस वह यही कह रहा था कि अब में अल्लाह से मासूम की सलामती की दुआ ही कर रहा हूं। कहीं इसके सिर पर कोरोना का छाया ना पड़ जाए। दरअसल, जयपुर की एक निजी अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला राणो ने बच्ची को जन्म दिया था। लेकिन महज 5 घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। अब दो दिन बाद नवजात को भी क्वारैंटाइन किया गया है।
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सोमवार शाम जब मृतका पति उसको दफनाने लगा तो वह बिलख-बिलखकर रोने लगा। मीडिया से बात करते हुए बोला-7 महीने पहले उसकी पत्नी राणो जब ने गुड न्यूज दी थी-कहा था हमारे आंगन में खुशियों की किलकारियां गूंजने वाली हैं। मैं बहुत खुश था, कि मेरी औलाद आने वाली है। लेकिन, इस कोरोना ने सब छीन लिया। बता दें कि 25 अप्रैल को महिला को दर्द होने पर अस्पातल में भर्ती कराया था। लोकिन दो दिन बाद उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटव आई।
मृतका का पति शफीक बीवी की लाश को देखकर दहाड़े मार-मारकर रो रहा था। बोला मैं तो बहुत खुश था, लेकिन मेरी तकदीर में शायद कुछ और ही लिखा था। बच्चे को जन्म बाद ठीक से प्यार भी नहीं कर पाया और उसको मुझसे दूर कर दिया गया। युवक के पूरे परिवार को क्वारैंटाइन कर दिया गया है।
बेबस पिता ने पत्नी को दफनाने के बाद शाम को घर से दूध लाकर भूख से बिलख रही बच्ची को पिलाया। रोते हुए बोला-पहली औलाद की खुशी पत्नी राणो की आंखों में खुशी चमकने लगी थी। हम लोग सोच रहे थे कि रमजान के पाक माह में ही खुदा की नेमत बरसेगी। वह इसके लिए अल्लाह का शुक्र मनातीं थी। लेकिन, अल्लाह ने उसको ही छीन लिया।
यह तस्वीर कोटा की है। जहां पिता के साथ उसका 5 साल का बेटा भी कोरोना से संक्रमित है। जब युवक को आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज कर गया तो वह जाते-जाते संक्रमित बेटे को यूं गले लगाया।
इंसानियत शर्मसार कर देने वाली यह तस्वीर गुजरात के सूरत से सामने आई है। जब एक गर्भवती महिला को उसका पति डॉक्टर के पास डिलीवरी कराने के लिए सोमवार शाम को गया था। लेकिन, पीड़ित परिवार के पास जब इलाज के 8 हजार रुपए नहीं दे पाए तो डॉक्टर महिला को क्लिनिक से बाहर निकाल दिया। जहां वह रास्ते में आकर गिर गई और सड़क पर ही उसने बच्चे को जन्म दिया।
यह तस्वीर राजस्थान की बॉडर्र पर फंसे सैकड़ों मजदूर की है जो दूसरे राज्यों से यहां पहुंचे हैं। जहां वह हंगामा करते हुए बोले-कोरोना से नहीं भूख से डर लगता है।