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विदेशी महिलाएं भारत में हुलिया बदल कर रहीं थीं शॉकिंग क्राइम, सुबह 7 से 9 के बीच फिक्स कर रखा था टाइम
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दोनों सुबह 7 बजे से 9 बजे तक देतीं थीं अंजाम
दरअसल, यह शातिर दो महिलाएं युगांडा और गांबिया से 14 जुलाई को जयपुर घूमने के लिए पहुंची हुई थीं। जिनके नाम नानटोंगों अलेक्ज़ेंड्रस और लौरिया कैथ है। दोनों सुबह 7 बजे से 9 बजे तक बैंक को हैक करके उनसे लाखों रुपए निकालती थीं। इसके बाद दोनों अपनी लोकेशन और भेष बदल लेती। ताकि किसी को उनके बारे में कोई जानकारी ना लगे। इस तरह इन्होंने कई इलाकों में घूम-घूमकर पूरे 32 लाख रुपए निकाल लिए।
जानिए आखिर किस टेक्नोलॉजी से करती थीं चोरी
बता दें कि एटीएम से पैसे निकालने के लिए यह रास्पबेरी पाई टैक्नोनॉजी का उपयोग करती थीं। रास्पबेरी पाई एक तरह से एक मिनि कम्प्यूटर और मदरबोर्ड जैसा होता है। जिसे कमांड देकर सर्वर से हटाया जा सकता है। यह दोनों उन्हीं जगहों पर अंजाम देतीं जो बैंक पुराने मैनुअल सेटिंग सिस्टम पर काम कर रहे होते हैं। ऐसे एटीएम में जाकर वह इस डिवाइस को एटीएम में लगाकर वाई-फाई के जरिए पहले तो मेन सर्वर को हटातीं, इसके बाद नया लोकल सर्वर बनाकर पैसे निकाल लेतीं।
ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़ी दोनों विदेशी महिलाएं
वहीं कोटा के बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर राम सिंह मीणा ने बताया कि यह दो महिलाएं केशवपुरा के एटीएम को हैक कर उससे पैसे निकालने की कोशिश की थी। लेकिन मैनुअल सेटिंग सिस्टम नहीं होने की वजह से वह इसमें कामयाब नहीं हो सकीं। दोनों की तस्वीर अंदर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। इसके बाद हमने इस मामले की जानकारी महावीर नगर थाना पुलिस को दी। पुलिस इनकी तलाश में जुट गई।
देश में आने से पहले बना ली थी पूरी लिस्ट
दोनों महिलाएं इतनी शातिर थीं कि भारत आकर ही सबसे पहले पता लगाया कि देश में कौन से ऐसे बैंक है जो पुराने मैनुअल सेटिंग सिस्टम पर काम कर रहे हैं। उनकी लिस्ट बनाकर उनको निशाना बनाने लगीं। अगर यह पकड़ी नहीं जाती तों करोड़ों रुपए लूटकर निकल जातीं।