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राजस्थान में गलनभरी ठंड: हाथ-पैर पड़ने लगे सुन्न, छा गया बर्फ का पर्दा...बाहर जाने से पहले देख लें ये तस्वीरें
जयपुर. जनवरी शुरू होने के साथ ही राजस्थान में प्रचंड सर्दी का दौर शुरू हो चुका है। प्रदेश में शीतलहर का असर राजस्थान में इस कदर रहा कि राजस्थान में आज इतनी सर्दी बढ़ी कि खेतों में बर्फ का पर्दा तक बन गया। वही राजस्थान के कई इलाकों में सुबह इतना कोहरा छाया रहा कि पास खड़े किसी आदमी को भी आराम से नहीं देखा जा सकता था। आलम यह है कि पेड़ पर और सड़कों पर बर्फ जमने लगी है।
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फिलहाल राजस्थान के वासियों को हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से करीब 3 दिनों तक किसी भी हाल में राहत नहीं मिलने वाली है। जैसे-जैसे कोहरा छंटेगा वैसे ही राजस्थान में तेज सर्दी शुरू होगी हालांकि इसके बाद लोकल चक्रवात के असर से कुछ राहत मिल सकती है।
आज राजस्थान में न्यूनतम तापमान की बात करें तो सबसे ठंडा राजस्थान की राजधानी जयपुर का ग्रामीण इलाका जोबनेर रहा है। यहां सुबह -4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। माइनस 4 डिग्री तापमान के बीच यहां हालात यह है कि खेतों की बाढ़ बंदी पर बर्फ की बूंदे इस कदर जमी हुई देखने को मिली कि जैसे मानो कोई पर्दा लगा हुआ हो।
वही राजधानी से करीब 100 किलोमीटर दूर सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे में भी इसी तरह का हाल रहा। यहां घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी 50 मीटर के आसपास ही रही। सीकर जिले में भी कई जगह बर्फ जमी हुई देखने को मिली। आज हिमाचल प्रदेश के मनाली से भी ठंडा राजस्थान का जोबनेर है। क्योंकि मनाली में आज तापमान -3 डिग्री दर्ज किया गया है जबकि राजस्थान के जोबनेर में तापमान -4 डिग्री है।
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक राजस्थान में फिलहाल 1 सप्ताह तक मौसम शुष्क रहेगा। हालाकी तीन दिन तक करीब 18 जिलों में शीत लहर चलने की संभावना है। सीकर चूरू झुंझुनू बेल्ट के कई इलाकों में तो पाला पड़ने की भी संभावना रहेगी। इसके बाद तापमान में करीब 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। फिर लोकल चक्रवात के एक्टिव होने से मौसम में बदलाव आएगा।
फिलहाल जैसे ही कोहरा छटेगा वैसे वैसे तेज सर्दी का असर शुरू होगा। राधेश्याम शर्मा के मुताबिक कल से राजस्थान के शेखावाटी बेल्ट में तापमान और डाउन जाने की संभावना है। ऐसे में वहां सर्दी का असर बढ़ेगा और फसलों पर पाला पड़ने की भी संभावना रहेगी।
राजस्थान के फतेहपुर और जोबनेर जैसे इलाकों में तेज सर्दी पढ़ने का मुख्य कारण है कि यहां के इलाके बाकी जगह से काफी नीचे है। पहाड़ी इलाकों से आई सर्द हवाएं राजस्थान में लंबे समय तक बनी रहती है।
ओस की बूंदे और घने कोहरे की वजह से प्रदेश के कई किले दूर से नजर नहीं आ रहे हैं। बूंदी की पहाड़ी पर स्थित तारागढ़ फोर्ट और गढ़ पैलेस कोहरे से ढक चुका है। इस तस्वीरें में देखिए कैसे बूंदी के फोर्ट के नीचे नवलसागर झील से सुबह के समय पानी से भाप उठ रही है।