- Home
- Lifestyle
- Relationship
- सुहागरात पर क्यों पिया जाता है दूध? नहीं-नहीं, जो आप सोच रहे हैं वो नहीं बल्कि ये रहा असली कारण
सुहागरात पर क्यों पिया जाता है दूध? नहीं-नहीं, जो आप सोच रहे हैं वो नहीं बल्कि ये रहा असली कारण
- FB
- TW
- Linkdin
फिल्मों में आपने देखा होगा की सुहागरात पर दूल्हा-दुल्हन की सेज को फूलों से सजाया जाता है। साथ ही कमरे में एक गिलास दूध भी रखा जाता है। ये दूध दूल्हे के लिए होता है। कई जगहों पर दुल्हन के लिए भी दूध का गिलास रखा जाता है। इस दूध को पीने के कई कारण है।
सुहागरात में पिया जाने वाला दूध ख़ास तरह से बनाया जाता है। इस दूध में केसर, हल्दी, चीनी, काली मिर्च पाउडर, बादाम और सौंफ मिलाई जाती है। इसके बाद दूध को उबाला जाता है और फिर गुनगुना कर दूल्हे को पीने के लिए दिया जाता है।
इस दूध में मिठास के लिए चीनी नहीं मिलाया जाता। बल्कि इसमें नेचुरल स्वीटनर का इस्तेमाल होता है। दूध में शहद, मिश्री या मुनक्का डाला जाता है। इससे मिठास भी बढ़ती है और पौष्टिकता भी।
दूध में सेरोटोनिन नाम का तत्व होता है जिससे दिमाग शांत होता है। शादी में इतनी रस्मों और खासकर नए रिश्ते में प्रवेश करने के प्रेशर से दूल्हा और दुल्हन दोनों बैचैन हो जाते हैं। दूध पीने से उनका दिमाग शांत होता है।
दूध में प्रोटीन होता है जो मसल्स के निर्माण में सहायक होता है। शादी की रस्में कई हफ़्तों से शुरू हो जाती हैं। ऐसे में इस दूध को पीने से दोनों की थकान मिट जाती है।
शादी के प्रेशर में कई बार दूल्हा-दुल्हन का पाचन तंत्र भी बिगड़ जाता है। ये दूध उनके पाचन क्रिया के लिए भी काफी फायदेमंद है।
दूध में मौजूद विटामिन डी से दिमाग में सेरोटिन नाम का हार्मोन बनता है। इस हार्मोन से मूड अच्छा होता है। साथ ही भूख और नींद भी अच्छी आती है। इसे पीते ही थकान छू हो जाती है। ऐसे में कपल एक-दूसरे से बात कर पाते हैं।
हल्दी, सौंफ और काली मिर्च डालने की वजह से इस दूध के गुण बढ़ जाते हैं। इन्हें मिलाने से एंटी-बैक्टेरियल और बिमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने वाले तत्व आ जाते हैं। पहली बार संबंध बनाने पर इन्फेक्शन का खतरा भी ये दूध कम कर देता है।
इस दूध को पीने से सेक्सयुअल हार्मोन्स भी बढ़ते हैं। दूध में मौजूद प्रोटीन की मदद से टेस्टोस्टेरॉन और एस्ट्रोजन नामक दो सेक्स हॉरमोन भी बनते हैं। इसलिये दूल्हे को दूध और बादाम का प्रोटीन से भरा मिश्रण दिया जाता है।