अयमान अल-जवाहिरी को जिस हथियार से मारा गया वह बेहद खतरनाक, हमले के बाद कोई निशान नहीं बचता
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अमरीका ने ड्रोन स्ट्राइक में कुख्यात अलकायदा प्रमुख अयमान अल जवाहिरी को उसके काबुल स्थित घर पर दो मिसाइलें दाग कर मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, जो तस्वीरें जारी की गई हैं, उनमें विस्फोट का कोई संकेत या निशान दिखाई नहीं दे रहा।
अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि इस हमले में किसी और को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। कुछ लोगों का दावा है कि यह हमला संयुक्त राज्य अमरीका की ओर से मैकाब्रे हेलफायर R9X से किया गया।
यह वही घातक निंजा हथियार है, जिससे अमरीका ने अलकायदा के एक प्रमुख आतंकी अबू अल-खैर अल मसरी का खात्मा भी किया था और अब अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया।
दरअसल, अमरीका पिछले कुछ साल लगातार अयमान अल जवाहिरी की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था। उसके ठिकानों, उसके हर मूमेंट पर निगाह रखी जा रही थी। काबुल में उसके ठिकानों के आसपास जासूस भी तैनात थे।
अमरीका जवाहिरी की मौत को लेकर पूरी तैयारी कर चुका था और अपने हमले को लेकर आश्वस्त था। जवाहिरी के खात्मे से पहले ही अमरीकी राष्ट्रपति जो बिडेन का राष्ट्र के नाम संबोधन का कार्यक्रम भी तय कर दिया गया।
अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी के मरने के दावे के बाद जो तस्वीरें अब तक जारी की गई हैं, उनमें कहीं भी विस्फोट होने के निशान सामने नहीं आए, जबकि उस पर दो मिसाइल से हमला किया गया।
इस मिशन को अंजाम देने वाले सीआईए यानी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी का दावा है कि हमले के लिए खास हथियार मैकाब्रे हेलफायर आर9एक्स का इस्तेमाल किया। यह मिसाइल बेहद शांति से अपने काम को अंजाम देती है।
दावा किया जाता है कि यह मिसाइल हमले का कोई सबूत नहीं छोड़ती। बिना विस्फोट यह तय टारगेट को पूरी तरह नेस्तनाबूत कर देती है और इसका निशाना अचूक होता है तथा वार कभी खाली नहीं जाता।
इस मिसाइल में चाकू जैसे ब्लेड भी लगे होते हैं, जो घातक वार के लिए जाने जाते हैं। इस हमले में जवाहिरी के परिवार के सदस्यों को ही सिर्फ नुकसान पहुंचा है, किसी और का बाल भी बांका नहीं हुआ।
मैकाब्रे हेलफायर आर9एक्स वारहेड मिसाइल है। यह रेजर जैसे ब्लेड से लैस होता है, जो हर तरफ फैले होते हैं और अपने टारगेट को स्लाइस कर डालते हैं, वह भी बिना विस्फोट किए हुए। ऐसे