किस देवता या ग्रह के मंत्र जाप के लिए किस चीज से बनी माला का उपयोग करना चाहिए?
उज्जैन. हिंदू धर्म (Hinduism) में भगवान को प्रसन्न करने के लिए, मनोकामना पूर्ति के लिए और ग्रहों से शुभ फल पाने के लिए मंत्र जाप करने की परंपरा है। मंत्र जाप के लिए 108 मनकों की माला का उपयोग किया जाता है, क्योंकि सनातन धर्म में 108 को शुभ अंक माना गया है। धर्म ग्रंथों और ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार, हर देवता, ग्रह और मनोकामना पूर्ति के लिए अलग-अलग चीजों से बनी माला का उपयोग किया जाना चाहिए। इससे जल्दी ही शुभ फल प्राप्त होते हैं। आगे जानिए इससे जुड़ी खास बातें…
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भगवान शिव के मंत्र का जाप करने के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना चाहिए। रुद्राक्ष को भगवान शिव के नेत्र से निकला हुआ आंसू माना जाता है। सूर्य से शुभ फल पाने के लिए भी रुद्राक्ष की माला उपयोग में ली जाती है।
यह माला समुद्र से निकले मोती से बनाई जाती है। इस माला के जप या धारण करने पर चंद्रदेव की कृपा मिलती है।
तुलसी के पौधे से बनी यह माला भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी के मंत्र जाप के लिए प्रयोग में लाई जाती है। भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए सफेद चंदन की माला का प्रयोग भी किया जाता है।
लाल चंदन से बनी माला का प्रयोग देवी भगवती की साधना के लिए किया जाता है। मंगल ग्रह की शांति के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
खड़ी हल्दी से बनी यह माला देवगुरु बृहस्पति या बगलामुखी साधना के लिए सबसे उत्तम मानी गई है।
स्फटिक से बनी माला शुक्र ग्रह की शुभता को पाने के लिए मंत्र जाप में प्रयोग की जाती है।
देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए और धन लाभ के लिए किए जाने वाले मंत्र जाप के लिए कमलगट्टे की माला का उपयोग करना चाहिए।