जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत,जिला आबकारी अधिकारी सहित 3 अफसर सस्पेंड
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बताया जा रहा है कि इन सभी ने गुरुवार देर शाम समीप के शराब खरीदी थी। देर शाम इन सभी ने शराब का सेवन किया। इसके बाद से इनकी हालत बिगडने लगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शराब ठेका को अपने कब्जे में ले लिया है। इस दौरान ग्रामीणों ने शराब ठेका के खिलाफ हंगामा भी किया।
मरने वालों में दो करसुआ में स्थित एचपी गैस बॉटलिंग प्लांट के ड्राइवर हैं। वहीं, ग्रामीणों की शिकायत के बाद प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने देसी शराब के ठेके को सील करा दिया है. साथ ही शराब के सैंपल लिए जा रहे हैं।
डीएम चंद्र भूषण सिंह ने कहा है कि अभी तक 7 लोगों की मौत हुई है, मामले की जांच की जा रही है, जांच में जो भी निकल कर आएगा, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं,पुलिस के मुताबिक जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि लोगों की मौत कैसे हुई? क्या ठेके पर नकली शराब बेची जा रही?
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में आबकारी और गृह विभाग से रिपोर्ट तलब की है। सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अगर सरकारी ठेके से शराब खरीदी है तो ठेका सीज किया जाएगा और दोषियों पर एनएसए लगाया जाएगा। दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलामी होगी और उससे मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा।