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मरने से पहले मेडिकल की स्टूडेंट ने लिखा साढ़े चार पेज का सुसाइड नोट, पढ़कर सभी हैरान
कानपुर (Uttar Pradesh)। गणेश शंकर मेडिकल कालेज में अंतिम वर्ष की छात्रा अमृता सिंह का शव 28 घंटे बाद उन्नाव के गंगा घाट पर पानी में उतराता मिला है। बता दें कि बीते गुरूवार को छात्रा की स्कूटी गंगा बैराज के गेट नंबर 16 और 17 के बीच में मिली थी। वहीं, अमृता की आत्महत्या से सहपाठी छात्राएं स्तब्ध हैं, लेकिन पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, उसने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई अहम बातों को लिखकर सभी को हैरान कर दिया है। जिसमें कुछ इस तरह की बाते लिखी थीं।
| Published : Jan 25 2020, 05:35 PM IST / Updated: Jan 25 2020, 06:05 PM IST
मरने से पहले मेडिकल की स्टूडेंट ने लिखा साढ़े चार पेज का सुसाइड नोट, पढ़कर सभी हैरान
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मुझे इतना कमजोर होने के लिए माफ करें। मुझे नहीं पता कि मैं क्या करने जा रही हूं, लेकिन मैं इस दर्द के साथ नहीं रह सकती। इतनी लंबी तैयारी के बाद भी मुझे कुछ समझ नहीं आता कि परीक्षा में सफलता के लिए क्या चाहिए।
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मैं इतनी परेशान हूं कि अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रीत नहीं कर पा रही हूं। मुझे माफ कर दो मम्मी पापा मैं आपकी बहादुर बेटी नहीं बन सकी। मैं मानती हूं कि जिंदगी में मैं इतना कमजोर पहले कभी नहीं हुई। मैं सच में जीना चाहती हूं, लेकिन इतना साहस नहीं है कि इन छोटी-मोटी समस्याओं का सामना कैसे करूं। दोस्तों से पूछो कि मै कितनी मतलबी, होशियार, नाजुक और मूर्ख लड़की हूं।
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मैं सातवीं कक्षा में भी आत्महत्या की कोशिश कर चुकी हूं। मुझे परीक्षा में डर लगता था, लेकिन मैं पास हो गई। इसके बाद बोर्ड परीक्षा में मैंने दोबारा कोशिश की, क्योंकि मुझे लग रहा था कि मैं परीक्षा की अच्छी तरह से तैयारी नहीं कर पाऊंगी। पास नहीं हो पाऊंगी, लेकिन मैं पास हो गई।
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मैं, इस बीच अमृत सर का जरूर जिक्र करूंगी, जिन्होंने मुझे समस्याओं से लडऩा सिखाया। उन्होंने मुझे चीजों को लिखना और व्यक्त करना सिखाया। 12वीं कक्षा में भी अगर मैं फिजिक्स में पास नहीं होती तो आत्महत्या कर लेती, लेकिन मैं पास हो गई।
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मैं ऐसी लड़की नहीं हूं जिस पर आप गर्व कर सकें। मुझे पता है कि मैं बुरा कर रही हूं, लेकिन मैं अब और बहादुर नहीं हो सकती। मैं बहुत परेशान हूं। बहुत कोशिश की पर अब इससे ज्यादा नहीं कर पाऊंगी। आपकी बेटी बहुत कमजोर पड़ गई...। आपके जीवन में निराशा बनने के लिए मुझे माफ करना...।
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अगला जन्म होगा भी या नहीं। अगले जन्म में आप जैसे माता-पिता व परिवार मिलेगा भी या नहीं। 'आइ फील सो टेरिबल राइट नाऊ। एट लास्ट, आइ एम सॉरी फॉर ऑल दिस, आइ लव यू मां-पा, बाय..।
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बता दें कि ये कुछ दर्द भरे सुसाइड नोट छात्रा अमृता के हैं, जो उसने गंगा में कूदने से पहले लिखा था और ये पुलिस के पास है।