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लॉकडाउन के कारण कैंसिल हो गई शादी, 60 किमी पैदल चल कर ब्याह रचाने दूल्हे के घर पहुंची दुल्हन
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कन्नौज के थाना तालग्राम के गांव वैसापुर में रहने वाले वीरेंद्र की शादी सीमावर्ती जनपद कानपुर देहात थाना डेरा मंगलपुर के गांव लक्ष्मण तिलक निवासी गोरेलाल की पुत्री गोल्डी से तय हुई थी। चार मई को बरात जानी थी लेकिन लॉकडाउन की वजह से खरीददारी भी नहीं हो सकी। ऐसे में दूल्हा बरात लेकर नहीं पहुंचा और फोन पर दोनों परिवारों के बीच बातचीत के बाद शादी टाल दी गई।
शादी टल जाने के बाद भी दूल्हा और दुल्हन की फोन पर बात होती रही। शादी टलना दुल्हन को गवारा न हुआ और उसने दूल्हे के घर जाने की ठान ली। बुधवार सुबह वह घर पर किसी को बताए बिना सलवार सूट पहन कर पैदल ही दूल्हे के घर के लिए निकल पड़ी।
अपने घर से करीब साठ किमी तक पैदल चलने के बाद वह अपनी होने वाली ससुराल वैसापुर कन्नौज पहुंच गई। देर शाम उसे घर के बाहर देखकर दूल्हा और उसके घरवाले अचरज में पड़ गए। जब उससे पूरी जानकारी ली गई तब मामला सामने आया।
दूल्हो के परिवार वालों ने उससे वापस घर भिजवाने की बात कही तो वह रोने लगी। उधर बेटी के न मिलने से परेशान लड़की के घर वाले उसे ढूढने में लगे हुए थे। तभी दूल्हे के घर से फोन पर उसके आने की सूचना मिली तब उनके जान में जान आई।
दूल्हे के घर वालों ने उससे नई तारीख तय करके शादी करने को कहा लेकिन वह तुरंत शादी की जिद पर अड़ गई। काफी समझाने के बाद भी जब वह नहीं मानी तो फोन पर उसके घर वालों से बात करने के बाद दुकान से शादी का जोड़ा व सामान मंगाया गया। इसके बाद गुरुवार सुबह गांव के पास ही स्थित एक मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विधि-विधान के साथ उनकी शादी कराई गई ।
शादी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का घर वालों ने पूरा पालन किया और दूल्हा-दुल्हन ने मास्क पहनकर अग्नि के सात फेरे लेने के बाद एक दूसरे को वरमाला पहनाई।