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लड़की की प्रोफाइल बनाकर करता था चैट, झांसे में फंसाकर किया किडनैप और मार डाला, फिर..
कानपुर देहात (Uttar Pradesh) । कर्ज लौटाने के लिए दोस्त ने ही धर्मकांटा के मैनेजर बृजेश पाल का अपहरण कर लिया था। इसके बाद उसके घरवालों से 20 लाख रुपए की फिरौता का डिमांड की। ऐसा न करने पर नशीली कोल्ड ड्रिंक्स पिलाकर उसका गला घोंट दिया। मौत होने के बाद शव को कुएं में फेंक दिया। अपहरण के 13 दिन बाद मंगलवार को जब पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान आरोपी गिरफ्तार हुआ तो पूरी कहानी सामने आ सकी। पुलिस के मुताबिक जिस शख्स ने बृजेश का अपहरण और हत्या को अंजाम दिया, वह उसका दोस्त था और युवती बनकर उससे व्हाट्सएप पर चैट करता था। इसी हनीट्रैप में बृजेश को उसने फंसाया और आधी रात को मिलने बुलाकर वारदात को अंजाम दिया।

भोगनीपुर थाना क्षेत्र के गांव चौरा निवासी शिवनाथ पाल के 24 वर्षीय बेटे बृजेश पाल का भोगनीपुर चौराहा स्थित नेशनल धर्मकांटे से 15 जुलाई की देर रात अपहरण हुआ था। अगले दिन बृजेश के ही मोबाइल फोन से 20 लाख की फिरौती मांगी गई। रकम चुकाने के लिए पांच दिन का वक्त मिला था।
पुलिस को ऐसा हुआ शक पुलिस के मुताबिक बृजेश दो मोबाइल रखता था। एक पर व्हाट्सएप चलाता था, दूसरे फोन का इस्तेमाल कॉलिंग के लिए करता था। जिस रात उसका अपहरण हुआ, घर से निकलते समय वह व्हाट्सएप वाला मोबाइल घर में ही भूल गया।
पुलिस के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से बृजेश एक साक्षी नाम की युवती से चैट कर रहा था। लेकिन, दोनों के बीच फोन पर कभी बातचीत नहीं हुई थी। पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि 15 जुलाई की रात को साक्षी (सुबोध) और बृजेश के बीच चैट हुई थी। चैट के जरिये ही साक्षी ने बृजेश को घर के बाहर बुलाया था।
पुलिस ने बरामद मोबाइलक का चैट रिकवर करवाया। इसके बाद एक दर्जन नंबर सर्विलांस पर लगाए। इसमें से साक्षी नाम से सेव नंबर वारदात की रात से बंद था। यहीं से पुलिस की शक की सुई घूम गई।
पुलिस ने इस नंबर की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि फेंक आईडी से सिम लिया गया था। सर्विलांस ने बी पार्टी की सीडीआर निकाली यानी इस नंबर से जिसे कॉल की गई थी। इसके बाद पुलिस सुबोध तक पहुंची।
एसपी अनुराग वत्स के मुताबिक शक के आधार पर पड़ोसी गांव कान्हाखेड़ा निवासी बृजेश के दोस्त सुबोध सचान को पकड़ा गया था। सुबोध ने दो ट्रक फाइनेंस करा रखे हैं। करीब छह लाख रुपये उसे अभी चुकाने हैं। इनमें से एक ट्रक सुबोध खुद चलाता था।
धर्मकांटे पर आवाजाही के दौरान उसकी बृजेश से दोस्ती हो गई थी। कर्ज चुकाने के लिए उसने 15 जुलाई की रात मैसेज भेजकर बृजेश को बुलाया। फिर, रात को ही नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया। शव को कार में रखकर अपने गांव के ही एक कुएं में फेंक आया था। उसकी निशानदेही पर दमकल की मदद से दो घंटे बाद शव निकाला जा सका।
एसपी के मुताबिक शव इतना गल चुका था कि पिता शिवनाथ बेटे की शिनाख्त नहीं कर सके। बड़े भाई राजेश पाल ने कपड़ों से उसे पहचाना। एसपी के मुताबिक सुबोध ने अकेले ही हत्या की थी और मारने के बाद फिरौती मांगी थी। उसे मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके दाहिने पांव में गोली लगी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित स्वजन के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए पांच लाख रुपये की सहायता देने का निर्देश दिया है। उन्होंने अपराधियों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने पर विचार करने के निर्देश दिए। साथ ही, पुलिस की जवाबदेही भी तय करने को कहा है। मामले की सुनवाई भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी, ताकि जल्द सजा मिल सके।
ए।
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