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कानपुर डीएम और एसएसपी का दावा, शेल्टर होम लाने के पहले ही गर्भवती थीं लड़कियां
कानपुर(Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर राजकीय संवासिनी गृह में 57 लड़कियों के कोरोना पॉजिटिव और 7 के गर्भवती पाए जाने के मामले में कानपुर के डीएम और एसएसपी का बयान सामने आया है। उसमे कहा गया है कि शेल्टर होम लाने से पहले ही ये सातों लड़कियां गर्भवती थीं। इन सात गर्भवती लड़कियों में 5 कोरोना पॉजिटिव और दो निगेटिव हैं। ये नाबालिग हैं या बालिग, इसके लिए उम्र निर्धारण की जांच की जा रही है। जल्द ही इसका भी पता चल जाएगा।
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डीएम ब्रह्मदेवराम तिवारी ने बताया कि राजकीय संरक्षण गृह में अब तक 57 संवासिनी संक्रमित पाई गई हैं। इस वक्त 07 गर्भवती हैं। इनमें से पांच की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा दो की निगेटिव आई है। ये सभी आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर के बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के आदेश पर यहां भेजी गई हैं।
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि 3 और 12 दिसम्बर 2019 में दोनों युवतियों को संवासिनी गृह में दाखिल कराया गया था। दोनों आगरा और कन्नौज में अपराध का शिकार हुई थीं। वहां पर दोनों के मामलों में एफआईआर भी दर्ज है।
एसएसपी ने बताया कि वहां पर आरोपितों के खिलाफ क्या कानूनी कार्रवाई की गई, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। दोनों युवतियों को सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया गया था। उन्हीं के आदेश पर इन्हें संवासिनी गृह में दाखिल किया गया था।
संवासिनी गृह में एक हिस्से में बाल गृह बालिका और दूसरे हिस्से में महिला शरणालय है। प्रोबेशन अधिकारी अजित कुमार ने बताया कि वर्तमान में बालगृह में 170 बलिकाएं और 59 महिलाएं रहती हैं। उन्होंने बताया कि संवासिनी गृह को सील करा दिया गया है।
इनमें से एक युवती एचआईवी और दूसरी हेपिटाइटिस सी से भी ग्रसित है। एचआईवी पीड़ित युवती के संबंध में एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना था कि जब संवासिनी गृह में युवतियों को दाखिल किया जाता है तो मेडिकल टेस्ट के बाद पूरा रिकॉर्ड तैयार किया जाता है।
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि इन दोनों लड़कियों के कागजात रिकॉर्ड रूम में हैं, जो कोरोना के कारण सील है। मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जल्द ही रिकॉर्ड निकलवाकर जानकारी दी जाएगी।