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लखीमपुर खीरी कांड: मृतक किसान के बेटे ने सुनाई खौफनाक दास्तां, कहा-पिता को मेरी आंखों के सामने मार डाला...
लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) मामले में किसानों और यूपी सरकार के बीच समझौता हो गया। शनिवार शाम हुई इस हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई है। जिसमें 4 किसान तीन बीजेपी कार्यकर्ता और एक पत्रकार शामिल है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 7 लोगों को हिरासत में ले लिया है। जिनसे पूछातछ की जा रही है। वहीं इस घटना में मारे गए एक किसान के बेटे ने दर्दभरी कहानी बयां की है। पीड़ित बेटे ने बताया है कि कैसे उसकी आंखों के सामने पिता को मार डाला। सुनिए मृतक किसान के बेटे की आपबीती...
| Published : Oct 04 2021, 02:53 PM IST / Updated: Oct 05 2021, 10:54 AM IST
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दरअसल, लखीमपुर खीरी में किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुए खूनी झड़प में मारे गए एक किसान बहराइच के थे। जिनका नाम दलजीत सिंह था। उनके परिवार में मामत पसरा हुआ है। मृतक के 15 वर्षीय बेटे राजदीप ने सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई है। उसने बताया कि उसकी आंखों के सामने ही पिता को गाड़ी के नीचे कुचल दिया गया। कुछ देर बाद अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
मृतक किसान के बेटे राजदीप ने बताया कि वह अपने पिता के साथ तिकुनिया आदोंलन में शामिल होने के लिए गए हुए थे। हम अपने गांव से 20 से 25 बाइक लेकर आंदोलन में गए थे। कुछ देर बाद अचानक वहां पर तीन गाड़ियां आईं और देखते ही देखते कई किसानों के ऊपर चढ़ा दीं। मंत्री के काफिले की यह कारें रौंदते हुए चली गईं। इसमें मेरे पिता को भी कुचल दिया गया। किसी तरह हम पिता को मोटरसाइकिल पर ही अस्पताल लेकर जाने लगे। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
किसान के बेटे ने कहा कि यह तीन गाड़ियां मंत्री के बेटे ब्रिजेश मिश्रा लेकर आया हुआ था। जिसने बिना किसी से बात किए तेज रफ्तार में किसानों को कुचलवा दिया। पीड़ित का कहना हि मुझे सरकार से इंसाफ चाहिए। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं लखीमपुर खीरी हिंसा में घायल हुए एक और किसान ने पूरा घटनाक्रम बताया। घायल किसान का नाम गुरजीत सिंह कोटिया है जो कि रामपुर का रहने वाला है और वह तिकुनिया आदोंलन में शामिल होने के लिए गया था। गुरजीत ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के स्वागत में यूपी के डिप्टी सीएम पहुंचे हुए थे। इसी दौरान हमने हेलीपैड पर पूरा कब्जा जमा लिया था। इसी बीच मंत्री का एक काफिला आया और किसानों को रौंदता चला गया। मैं 200 मीटर था, लेकिन फिर भी घायल हो गया। यह काफिला किसी और का नहीं, बल्कि मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उसके लड़के का था।
बता दें कि इस पूरी घटना में यूपी पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों पर हत्या, आपराधिक साजिश और बलवे का केस दर्ज किया हुआ है। 7 सात को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।