बेटी की पहली फिल्म रिलीज होने पर एक्टर ने लिखा- सॉरी बेटा, मुझे माफ कर देना
गोरखपुर (Uttar Pradesh). यूपी के गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन की बेटी रीवा किशन की पहली फिल्म सब कुशल मंगल है शुक्रवार को रिलीज हो गई। इसपर सांसद ने अपने फेसबुक अकाउंट से खुशी जाहिर करते हुए बेटी से सॉरी कहा। साथ में कुछ अखबारों की कटिंग भी शेयर की।
| Published : Jan 03 2020, 07:32 PM IST / Updated: Jan 03 2020, 07:36 PM IST
बेटी की पहली फिल्म रिलीज होने पर एक्टर ने लिखा- सॉरी बेटा, मुझे माफ कर देना
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रवि किशन ने फेसबुक पर अखबरों की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, रीवा मुझे तुम पर गर्व है। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। सॉरी बेटा, मैं आपकी फिल्म को प्रोमोट करने नहीं आ पाऊंगा। कृपया मुझे माफ कर दें। मैं बहुत ही उत्साहित था कि बेटी की पहली फिल्म के रिलीज होने पर साथ उनका उत्साहवर्धन करता, लेकिन महादेव ने हम सबको एक बड़ा दुख दिया है।
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रवि किशन ने लिखा, जब कभी आपके अपने बेटे या बेटी किसी ऊंचाइयों को, किसी सफलता को, किसी लक्ष्य को पाते हैं या पूरा करते हैं तो जो खुशी एक पिता को होती हैं उसे मैं इस छड़ महसूस कर सकता हूं। मैं रीवा के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। सब कुशल मंगल है फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आएगी, मुझे पूरा विश्वास है। महादेव से यही प्रार्थना करता हूं।
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22 साल की रीवा को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था।
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रीवा अक्सर अपनी फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट करती रहती हैं। अमेरिका से ड्रामा, थियेटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने ढाई साल तक डांस सीखा। फिर नसीरुद्दीन शाह की बेटी के सानिध्य में एक्टिंग के गुर सीखे।
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रीवा कहती हैं, मेरे पिता ने हर मुमकिन तरीके से मेरा मार्गदर्शन किया। यह मेरे लिए काफी मददगार रहा। हालांकि, मैंने फिल्म को लेकर उनकी किसी भी तरह मदद नहीं ली।
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रीवा कहती हैं, पहली फिल्म की शूटिंग के दौरान मेरे ऊपर किसी भी तरह का दबाव नहीं था। उम्मीद करती हूं कि भविष्य में ऐसे ही उनका आशीर्वाद हमेशा मुझपर बना रहे।
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पहली फिल्म सब कुशल मंगल के ट्रेलर लांच के मौके पर वो अपने पिता रवि किशन के साथ दिखीं थी।
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बता दें, मूल रूप से जौनपुर जिले के केराकत गांव के रहने वाले रवि किशन के पिता का श्याम नारायण शुक्ला का मंगलवार यानी 31 दिसंबर 2019 देर रात वाराणसी में निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। पिछले कई महीनों से मुंबई में उनका इलाज चल रहा था। तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्होंने खुद वाराणसी में अपना शरीर त्यागने की इच्छा जताई थी। पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद रवि किशन ने कहा था, 31 दिसम्बर तो हर साल आएगा लेकिन मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि आज मैंने क्या खो दिया।