- Home
- States
- Uttar Pradesh
- पति से कम नहीं हैं नोएडा के DM की पत्नी, कभी अखबार खरीदने के नहीं थे पैसे, आज हैं PCS अफसर
पति से कम नहीं हैं नोएडा के DM की पत्नी, कभी अखबार खरीदने के नहीं थे पैसे, आज हैं PCS अफसर
| Published : Mar 31 2020, 11:08 AM IST
पति से कम नहीं हैं नोएडा के DM की पत्नी, कभी अखबार खरीदने के नहीं थे पैसे, आज हैं PCS अफसर
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
15
ऋतु सुहास ने 2003 में पीसीएस की तैयारी करने का डिसीजन किया। रिश्तेदार घर से बाहर निकलकर पढ़ाई करने से खुश नहीं थे। लेकिन, पैरेंट्स ने मेरा पूरा सपोर्ट किया। मां एक-एक पैसे जोड़ा करती थी। ताकि हम भाई बहन की छोटी-छोटी जरुरतें पूरी हो सकें।
25
ऋतु ने बताया कि, घर में फाइनेंसियल प्रॉब्लम काफी ज्यादा थी, कोचिंग की फीस जमा करने के लिए पैसे नहीं थे। एक इंग्लिश न्यूज पेपर डेली पढ़ती थी। लेकिन, महीने में पैसे देने के लिए नहीं जुट पाते थे। इसलिए छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया।
35
ऋतु ने बताया कि मेरी एक फ्रैंड थी, वह भी पीसीएस की कोचिंग करती थी। मैं रोज शाम को उसके घर जाकर उसके नोट्स से अपना नोट्स तैयार करती थी। बाद में उसे पढ़ा करती थी। मेरी मैरिज 2008 में सुहास एलवाई से हुई थी। मेरे 2 बच्चे हैं, बेटा और बेटी।
45
पीसीएस इंटरव्यू के लिए शीशे के सामने रोज बैठकर अपने आप को देखकर बोलने की प्रैक्टिस करती थी। इससे मेरी बोलने की झिझक खत्म हुई और कुछ ही दिनों के अंदर मैंने फर्राटेदार बोलना शुरू कर दिया। मैंने 2003 में पीसीएस का इंटरव्यू दिया और क्वालीफाई कर गई।
55
मातृत्व देखरेख के लिए 2 मोबाइल एप ‘कुपोषण का दर्पण’ और ‘प्रेग्नेंसी का दर्पण’ तैयार किया था। इस एप का प्रेग्नेंट वुमन को काफी फायदा पहुंचा। मिसेज इंडिया-2019 का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं।