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कानपुर एनकाउंटरः बदमाशों की दर्जन भर गोलियां लगने से हुए शहीद, लेकिन सूझ-बूझ से बचाई कई पुलिसवालों की जान
कानपुर(Uttar Pradesh). उत्तर प्रदेश के कानपुर में अपराधियों से एनकाउंटर में कई जवान शहीद हो गए। इन्हीं में से एक शिवराजपुर थाने के एसओ महेश यादव भी थे। बताया जा रहा है कि गोली लगने से एसओ महेश यादव नीचे गिर गए उसके बाद बदमाशों ने उन पर गोलियों की बौछार कर दिया। बताया जा रहा है कि उन्हें कई गोलियां लगीं थीं। लेकिन इन सब के बीच एसओ महेश यादव की शानदार सूझ-बूझ से दर्जनों पुलिस वालों की जानें बच गई। महेश यादव ने बदमाशों से घिरने के तुरंत बाद ही स्थिति को भांप लिया था और तुरंत अपने थाने के ASI को फोन कर तुरंत फ़ोर्स भेजने को कहा था। जिसके बाद SSI ने वायरलेस पर इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दे दी तब भारी मात्रा में फोर्स घटना स्थल के रवाना हो गई। जिससे वहां फंसे और पुलिसकर्मियों की जान बच गई।
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बताया जा रहा है कि जब अपराधियों ने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी थी तो बीच एनकाउंटर शिवराजपुर थाने के एसओ महेश यादव ने गोलियों से बचते हुए किसी तरह थाने के ASI को फोन किया और कहा कि "बदमाशों ने हम लोगों को घेर लिया है। हम फंस गए हैं। गोलियां चल रही हैं।अब बचना मुश्किल है। जल्दी फोर्स भेजें"।
इस कॉल के बाद फौरन वायरलेस किया गया। जिसके बाद भारी फोर्स और पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और इससे अन्य कई पुलिसकर्मियों की जान बच सकी।
बताया जा रहा है कि विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम में महेश यादव सबसे आगे थे। हमला होते ही उन्होंने मोर्चा लेने की कोशिश की लेकिन बदमाशों की अंधाधुंध फायरिंग के आगे उनकी एक न चली। बदमाशों की गोलियों से घायल होकर एक-एक कर पुलिसकर्मी गिरने लगे। इस दौरान किसी तरह से महेश यादव ने घर के एक कमरे में छिप कर थाने के ASI को फोन कर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद भारी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंची।
उधर फरार अभियुक्त विकास दुबे सहित 35 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। हत्या, लूट, 7 सीएलए, सरकारी कार्य में बाधा सहित कई धाराओं में ये मुकदमा दर्ज किया गया है। चौबेपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। लखनऊ में भी विकास दुबे के घर पर छापेमारी में विकास के भाई की पत्नी के पास लाइसेंसी रिवाल्वर मिली है। इस रिवाल्वर के लाइसेंस की पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस की 100 से ज्यादा टीमें विकास दुबे की गिरफ्तारी में छापेमारी कर रही हैं। इसके तहत शुक्रवार पूरी रात कई गांवों में छापेमारी की गई। इनमें रूरा, रसूलाबाद समेत विकास के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। फिलहाल पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी है।
उधर वारदात के बाद आरोपी विकास दुबे के गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव में ज्यादातर घरों में ताला लग गया है। वहीं विकास की सूचना देने वाले को 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा भी कर दी गई है।