- Home
- States
- Uttar Pradesh
- आज आएगा यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट, 51 लाख से अधिक परीक्षार्थियों की किस्मत का होगा फैसला
आज आएगा यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट, 51 लाख से अधिक परीक्षार्थियों की किस्मत का होगा फैसला
- FB
- TW
- Linkdin
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की 2020 की परीक्षा में करीब 56,11,072 विद्यार्थी पंजीकृत थे लेकिन, इसमें से 480591 ने परीक्षा छोड़ दी थी। ऐसे में 51,30,481 परीक्षार्थियों का ही रिजल्ट घोषित किया जाएगा। कोरोना महामारी के बीच यूपी बोर्ड ने संक्रमण से बचाव के सभी जरूरी उपायों के साथ कापियों का मूल्यांकन कराकर रिजल्ट तैयार कराया। हाईस्कूल में 30,24,632 पंजीकृत परीक्षार्थियों में 16,62,334 छात्र व 13,62,298 छात्राएं पंजीकृत हैं। वहीं इंटर में 25,86,440 पंजीकृत परीक्षार्थियों में 14,64,604 छात्र व 11,21,836 छात्राएं पंजीकृत हैं।
यूपी बोर्ड का रिजल्ट विद्यार्थी इन वेबसाइट्स www.upresults.nic.in, upmsp.edu.in, upmspresult.nic.in और upmsp.nic.in पर देख सकेंगे। बोर्ड का रिजल्ट तैयार हो चुका है और किसी भी तरह की चूक न हो इसके लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों ने शुक्रवार को ही इसकी टेस्टिंग कर तैयारी को पुख्ता किया है।
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 में शामिल परीक्षार्थी व उनके अभिभावक यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर परिणाम देख सकते हैं। इस वर्ष से यूपी बोर्ड की मार्कशीट पर एक बार कोड भी दिया होगा। बार कोड का प्रयोग करके मार्कशीट को आसानी से ऑनलाइन वैरीफाई किया जा सकेगा।
बोर्ड परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्हें इस बार यूपी बोर्ड खास रियायतें देने जा रहा है। हाईस्कूल में एक विषय में फेल होने वाले छात्र का परिणाम उत्तीर्ण होगा। परीक्षार्थी चाहे तो अनुत्तीर्ण विषय की इंप्रूवमेंट परीक्षा देकर उसमें भी पास हो जाए। इससे उसे नया अंक सहप्रमाणपत्र मिलेगा और उत्तीर्ण प्रतिशत भी बढ़ जाएगा। यदि वह इस परीक्षा में शामिल नहीं होता है,तो भी उसका रिजल्ट उत्तीर्ण है। हाईस्कूल में ही यदि कोई परीक्षार्थी छह में से दो विषयों में अनुत्तीर्ण है तो वह कंपार्टमेंट परीक्षा का दावेदार होगा। यानी वह चाहे तो अनुत्तीर्ण होने वाले दो विषयों में से किसी एक विषय की परीक्षा दे दें और यदि उसमें उत्तीर्ण होता है तो वह पास हो जाएगा, उसे साल भर बाद हाईस्कूल की दोबारा पूरी परीक्षा नहीं देनी होगी।
इंटरमीडिएट में यदि कोई परीक्षार्थी एक विषय में अनुत्तीर्ण है तो वह चाहे तो अनुत्तीर्ण विषय की कंपार्टमेंट परीक्षा पास करके 12वीं उत्तीर्ण हो जाएगा। उसे वर्ष भर बाद दोबारा इंटर की परीक्षा नहीं देनी होगी। इसी तरह से हाईस्कूल व इंटर के हर परीक्षार्थी के पास उत्तर पुस्तिका का फिर से मूल्यांकन कराकर अंक व परिणाम की श्रेणी बदलाने का मौका है। इस संबंध में बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि परीक्षार्थी के हित में बेहतर करने का प्रयास है। छात्रों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। उपलब्ध मौकों का वे फायदा उठाएं।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हुईं थी। हाईस्कूल की परीक्षा तीन मार्च को और इंटर की परीक्षा छह मार्च को खत्म हुई थी। इसके बाद मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ था लेकिन 18 मार्च को इसे स्थगित कर दिया गया। कोरोना महामारी के चलते लाकडाउन के कारण कापियों का मूल्यांकन नहीं हो पा रहा था लेकिन, पांच मई को ग्रीन जोन के 20 जिलों में और 12 मई को आरेंज जोन के जिलों में और 19 मई को रेड जोन के 19 जिलों में दोबारा मूल्यांकन शुरू किया गया।
हाईस्कूल की कापियों के मूल्यांकन के लिए 92,570 परीक्षक और इंटर के लिए 54,185 परीक्षा तैनात किया गया। कुल 1,46,755 परीक्षकों ने हाईस्कूल व इंटर की 30961577 कापियों का मूल्यांकन किया।