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आगरा में मौत पर बवाल, मां बोली-कलेजे के टुकड़े को पुलिस ने मार डाला, बिलखती पत्नी ने कहा-हमें बहुत मारा
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मां बोली, इंसाफ चाहिए
थाना जगदीशपुरा में चोरी के मामले में पकड़े गए अरुण कुमार की हिरासत में मौत के मामले के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां कमला देवी का कहना है कि पुलिस वालों ने चोरी का आरोप लगाते हुए पूरे परिवार को उठा लिया और उनको जमकर पीटा। अरुण कुछ पुलिस वालों के नाम बता रहा था। नाम उजागर न हो जाएं, इसलिए उसे मार दिया। मुझे इंसाफ चाहिए।
पुलिस ने बहुत मारा
मृतक की पत्नी सोनम का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बिलख-बिलखकर कह रही है कि पुलिस ने उसकी खूब पिटाई की। उनसे पैसा लाने को दबाव बना रहे थे। महिला पुलिसकर्मियों के साथ पुरुष पुलिसकर्मियों ने भी पिटाई लगाई। पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक के परिजन एकत्रित हुए और वहां पुलिस पर आरोप लगाए।
भाई ने मांगा मुआवजा
थाने के मालखाने में चोरी के मामले में हिरासत में अरुण की मौत के बाद परिजनों ने बताया था कि अरुण को पूछताछ के लिए पुलिस रात को 3:30 बजे घर लेकर आई थी। इस दौरान ही उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। भाई सोनू ने पुलिस प्रशासन से दो करोड़ रुपए और मृतक आश्रित को नौकरी देने की मांग की है।
बवाल की आशंका
अरुण की मौत के बाद वाल्मीकि समाज के लोग भी एकजुट होने लगे हैं। इससे बवाल की आशंका है। आसपास के जिलों से भी फोर्स को बुलाया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सफाईकर्मी पर था शक
जिस तरह से थाने में चोरी हुई थी, उससे थाने में रोज आने वालों पर शक जा रहा था। 20 से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद सफाईकर्मी लोहामंडी निवासी अरुण पर पुलिस को शक गहराया। वह वारदात के बाद से थाने नहीं आ रहा था। चोरी के मामले में शक के घेरे में आया सफाई कर्मचारी ताजगंज क्षेत्र में छिपा हुआ था। उसने पुलिस से बचने के लिए अपना सिर मुंडवा लिया था।
अज्ञात पर हत्या का केस, 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड
SSP मुनिराज के अनुसार पूछताछ के दौरान उसने चोरी की वारदात कबूल की थी। उसके पास से 15 लाख रुपए भी बरामद हुए। अचानक उसकी तबीयत खराब हुई। परिजनों के साथ पुलिस उसे एसएन मेडिकल कालेज ले गई, जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि एक इंस्पेक्टर, एक दरोगा और तीन सिपाही सस्पेंड किए गए हैं। मानवाधिकार आयोग की गाइडलाइन के तहत जांच होगी।
सियासत गरमाई
अरुण की पुलिस हिरासत में मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पोस्टमार्टम हाउस पर जाकर परिजनों से मुलाकात की। वहीं वाल्मीकि समाज के नेता भी मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस ने वाल्मीकि बस्ती को छावनी में तब्दील कर दिया है।