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ईद पर शैतान बना बाप: 7 साल की बेटी को तब तक चाकू मारे; जब तक वो मर नहीं गई, हाथ-पैर सिर-सीना सब काटे
मेरठ (उत्तर प्रदेश). ईद पर हर पिता अपने बच्चों को नए-नए कपड़े और खिलौने लाकर खुश करता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां ईद की रात एक बाप के सिर पर इस कदर हैवान सवार हुआ कि उसने अपनी 7 साल की बेटी को रोंगटे खड़े कर देने वाली मौत देकर मार डाला। राक्षस पिता मासूम पर तब तक चाकू से वार करता तरहा जब तक उसकी सांसे नहीं थम गईं। वह खून से लथपथ होकर फर्श पर गिर पड़ी, इसके बाद भी आरोपी आरोपी वार करता रहा। पढ़िए पत्थर दिल पिता तड़पती बेटी को मारता रहा चाकू..मासूम खून से लथपत चीखती रही...

दरअसल, यह शॉकिंग क्राइम मेरठ के लिसाड़ीगेट क्षेत्र के इस्लामाबाद से सामने आई है। जहां जुनैद नाम के शख्स ने अपनी मासूम बेटी जरनैल की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। आरोपी के सिर पर इस कदर खून सवार था बेटी की चीख पुकार सुनकर मां रेशमा उसे बचाने के लिए आगे आई तो उसने पत्नी पर भी चाकू से हमला कर दिया। जिसके बाद खुद को भी चाकू मार जख्मी कर लिया। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और आरोपी के साथ पत्नी को एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया।
बता दें कि आरोपी जुनैद कपड़े का व्यापार करता है। उसकी घर के पास ही पावरलूम नाम से एक फैक्ट्री है। लेकिन कोरोना की पहली लहर में लगे लॉकडाउन के चलते उसकी कपड़ा फैक्ट्री बंद होने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझने लगा। जो जमा पूंजी थी वह उसने एक साल में परिवार के पेट पालने में खर्च कर दी। लेकिन इस बार जब लॉकडाउन लगा तो उसकी हालत और ज्यादा खराब हो गई। आलम यह हो गया कि वह चंद पैसों के लिए मुहताज होने लगा। जिसके चलते उसकी मानसिक हालत बिगड़ चुकी थी। (घायल पत्नी रेशमा)
इस दौरान उसकी फैक्ट्री के आए 70 हजार के बिल के चलते वह और भी परेशान रहने लगा। क्योंकि उसकी हालत इतनी अच्छी नहीं थी कि वह बिल जमा कर सके। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी अरविंद चौरसिया भी मौके पर पहुंचे उन्होंने शव कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया। वहीं उन्होंने कहा कि जुनैद मानसिक रूप से परेशान चल रहा है। आर्थिक समस्या के चलते वह तनाव में आ गया है। जिसके कारण ही उसने अपनी बेटी को मार डाला। उसे ठीक होने के बाद उससे पूछताछ की जाएगी, जिसके बाद उस पर कानूनी कार्रवाई होगी।
बता दें कि आरोपी जुनैद की शादी आज से 12 साल पहले लिसाड़ीगेट रहने वाली रेशमा के साथ हुई थी। उसके तीन बच्चे थे, लेकिन अब दो ही बचे। वह अपने परिवार का पूरा ख्याल रख रहा था, लेकिन ईद के दिन उसके सिर पर खून सवार हो गया। वारदात वाली रात जुनैद की 10 साल की बेटी जुलिकार, व 5 साल का बेटा अजीज ईद मनाने के लिए अपने मामा के घर चले गए थे। सिर्फ पति-पत्नी और मृतका बेटी ही थी।