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साल के पहले दिन लेडी इंस्पेक्टर ने अपने लिए चुनी दर्दनाक मौत, आखिरी शब्द..'यह मेरी करनी का फल है'
बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश). नए साल का सभी जश्न मनाते हैं, पुराने साल के दुखों को भूलकर आने वाले नए वर्ष का वेलकम करते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की एक महिला पुलिस सब इंस्पेक्टर के लिए यह रात आखिरी साबित हुई। वह इतनी दुखी थी कि घर में पंखे से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। लेकिन इंस्पेक्टर ने मरने से पहले सुसाइड नोट में एक भावुक लाइन लिखी है, जिससे पता चलता है कि वह अपनी जिंदगी से बेहद दुखी थी।
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साल के पहले दिन इस दुखद घटना के सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंम मच गया। मामले में बुलंदशहर के एसएसपी अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि मृतक पुलिस अधिकारी की पहचान कुमारी आरजू पवार (30) के रूप में की गई है। साथ ही उनके पास से एक सुसाइड नोट भी बरादम किया गया है। पता लगाया जा रहा है कि लेडी सब इंस्पेक्टर ने यह खौफनाक कदम किस वजह से उठाया है।
प्रशासन ने बताया कि महिला सब इंस्पेक्टर आरजू पवार 2015 में एसआई के तौर पर यूपी पुलिस में भर्ती हुई थीं। वह मूलरुप से शामली जिले की रहने वाली थी। फिलहाल वो अनूप नगर पुलिस थाने में तैनात थीं। आरजू यहां एक किराए के मकान में रहती थी।
बता दें कि इंस्पेक्टर आरजू पवार ने मरने से एक लाइन में लिखा है कि ''यह मेरी करनी का फल है'' यह नोट किराए के कमरे में पलंग पर रखा हुआ था, पुलिस इसी नोट को आधार मानते हुए पड़ताल कर रही हैं कि, आखिर ऐसी क्या बात थी जो आरजू को परेशान कर रही थी। जिसकी वजह से उसने मौत को गले लगाना बेहतर समझा।
पुलिस को जानकारी देते हुए मकान मालकिन ने बतया कि कुछ घंटों बाद जब आरजू पवार नहीं आई तो मैंने उसके कमरे में देखा तो वह पंखे से लटक रही थी। रात को तो वह दुखी नहीं लग रही थी, हम लोगों से बात भी की थी।
बुलंदशहर के एसएसपी अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि मृतका के परिवारवालों को सूचान देकऱ मौके पर बुलाया है, उनसे बातचीत करने के बाद और भी कुछ पता लगाया जा सकेगा।