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IAS की बेटी को नहीं भाई इंजीनियर की जॉब, 2 बार फेल हुई; तीसरी कोशिश में UPSC क्रैक किया, टॉपर भी बनी
मेरठ (Uttar Pradesh) । संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सर्विस परीक्षा में मेरठ की बेटी विशाखा यादव टापर्स लिस्ट में है। विशाखा पहले दो प्रयास में असफल हुई थी। लेकिन, तीसरे प्रयास में छठीं रैंक हासिल की हैं। वो दिल्ली पुलिस के द्वारका जिले में बतौर एएसआई तैनात राजकुमार की बेटी हैं। बता दें कि दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुकी विशाखा ने बेंगलुरु में मल्टीनेशनल कंपनी में दो साल तक नौकरी की थी।
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विशाखा ने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी(डीटीयू) से बीटेक किया है। इसके बाद उन्होंने 2-2.5 साल तक उन्होंने बंगलुरु में नौकरी की। विशाखा ने करीब ढाई साल की नौकरी करने के बाद उसे छोड़कर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी।
विशाखा का यह तीसरा प्रयास था, जिसमें वह छठा रैंक लेकर आईं। विशाखा के पिता एएसआई राजकुमार यादव ने बताया कि अपने सबसे पहले प्रयास में विशाखा ने ज्यादा पढ़ाई नहीं की।
विशाखा के पिता एएसआई राजकुमार यादव बताते हैं कि सुबह लाइब्रेरी चली जाती थीं और देर शाम तक लौटती थीं। इस तरह उन्होंने घंटो-घंटों पढ़ाई कर अपने तीसरा प्रयास में आईएएस की परीक्षा में छठा स्थान हासिल किया।
विशाखा की उपलब्धि के बाद दिल्ली के द्वारका जिले के डीसीपी एंटो अल्फोंस ने उन्हें और वहीं तैनात उनके एएसआई पिता राजकुमार यादव को अपने दफ्तर में बुलाकर सम्मानित किया। इसके साथ ही डीसीपी अल्फोंस ने विशाखा को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई भी दी।
विशाखा ने बताया कि उनकी पहली प्रेरणा हमेशा उनके पिता रहेंगे, क्योंकि वह पिता को देख-देखकर बड़ी हुई हैं। उनकी मेहनत और कठिन परिश्रम उन्हें हमेशा प्रेरणा देती है। इसके साथ ही भारत के पूर्व राष्ट्रपति व मिसाइल मैन डॉ. अब्दुल कलाम भी उनकी प्रेरणा हैं। वहीं, महात्मा गांधी की आइडियोलॉजी से भी वह बहुत कुछ सीखी हैं।