लॉकडाउन में घर बैठे सिर्फ खाता और सोता रहा शख्स, 5 महीने के अंदर फूल कर बन गया सूमो पहलवान
हटके डेस्क: लॉकडाउन की वजह से दुनिया कई साला पीछे चली गई है। सबकुछ थम सा गया है। ऑफिस, स्कूल, कॉलेज सब बंद हो जाने की वजह से लोग अपने घरों में ही कैद हैं। बाहर जरुरी काम से निकलने की ही इजाजत है। ऐसे में कई लोगों में एक कॉमन समस्या देखने को मिल रही है। वो है वेट गेन। वजन बढ़ने की समस्या लॉकडाउन में सबसे कॉमन हो गई है। लेकिन चीन के वुहान में रहने वाले 26 साल के एक शख्स के लिए तो ये लॉकडाउन मौत ही लेकर आ गया। दरअसल, पहले से मोटापे का शिकार ये शख्स लॉकडाउन में सिर्फ खाता ही रहा। नतीजा ये हुआ कि उसने मात्र 5 महीने में सौ किलो वजन बढ़ा लिया। हालत ऐसी हो गई कि इसकी जान पर बन आई। कोरोना के डर से पहले तो शख्स अस्पताल नहीं जा रहा था। लेकिन जब उसे सीने में दर्द होने लगा तो मज़बूरी में उसे अस्पताल जाना पड़ा। उसकी तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है...
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26 साल के इस शख्स की पहचान मिस्टर झोउ के रूप में हुई। पांच महीने के लॉकडाउन में झोउ का वजन 101 केजी बढ़ गया। डॉक्टर्स का कहना है कि घर में सिर्फ खाने और सोने से उसकी ऐसी हालत हो गई।
वजन अचानक इतना बढ़ जाने के कारण झोउ को तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। अभी उसका वजन 277 केजी है जो उसे वुहान का सबसे मोटा शख्स बनाता है।
झोउ लॉकडाउन से पहले इंटरनेट कैफे में काम करता था। लेकिन जनवरी के आखिरी से उसने घर से बाहर जाना छोड़ दिया था।
घर बैठे झोउ सिर्फ खाता और सोता था। लॉकडाउन से पहले उसका वजन 177 केजी था। लेकिन सिर्फ पांच ही महीने में उसने अपना वजन 101 किलो बढ़ा लिया। इसके बाद उससे हिला भी नहीं जा रहा था।
मिस्टर झोउ अपनी पूरी जिंदगी मोटापे से स्ट्रगल करता रहा है। उसने कई तरीके अपनाए वजन कम करने के। लेकिन लॉकडाउन में उसने सिर्फ सोने और खाने का काम ही किया।
उसका वजन इतना ज्यादा बढ़ गया था कि उसे तुरंत अस्पताल में एडमिट कर लिया गया। इसे आईसीयू में रखा गया जहां उसे अस्पताल के बेड तक ले जाने में 6 सिक्युरिटी गार्ड्स और चार मेडिकल वर्कर्स की जरुरत पड़ गई।
मिस्टर झोउ को वजन की वजह से दिल का दौरा भी आ गया था। साथ ही उसे सांस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्पताल लाए जाने के बाद उसकी हालत में सुधार दर्ज किया गया।
अब डॉक्टर्स मिस्टर झोउ का वेट लॉस ऑपरेशन करने की तैयारी में जुटे हैं। लेकिन उसके लिए पहले झोउ को तीन महीने में अपना वजन 25 किलो घटाना होगा। तब जाकर उसकी सर्जरी का रिस्क कम होगा।
झोउ को इंजेक्शन लगाते मेडिकल स्टाफ। आईसीयू में 9 दिन बिताने के बाद झोउ की हालत में सुधार आया है। उसे सांस लेने में अब तकलीफ नहीं हो रही है।