- Home
- Viral
- दिल्ली हिंसा के बाद अब नालों में टटोली जा रही लाशें, इस हाल में निकल रही बाहर कि देखा भी ना जा सके
दिल्ली हिंसा के बाद अब नालों में टटोली जा रही लाशें, इस हाल में निकल रही बाहर कि देखा भी ना जा सके
| Published : Feb 28 2020, 10:33 AM IST / Updated: Feb 28 2020, 04:30 PM IST
दिल्ली हिंसा के बाद अब नालों में टटोली जा रही लाशें, इस हाल में निकल रही बाहर कि देखा भी ना जा सके
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
127
दंगों में जान गंवाए शख्स के परिजन रोते हुए। आंसुओं का ये सैलाब देख किसी का भी कलेजा मुंह को आ जाए।
227
दंगों में जान गंवाने के बाद विलाप करते लोग। इस तस्वीर ने विदेशी मीडिया का भी सीना चीर कर रख दिया।
327
हिंसा थम गई लेकिन अब नालों से लाशें निकल रही हैं। हैवानों ने जानवरों की तरह लोगों को मौत के घाट उतार नाले में फेंक दिया।
427
हिंसा में किसी ने अपना बेटा खोया तो किसी ने बच्चा। दर्द हर तरह है। चाहे वो किसी भी समुदाय का हो।
527
नागरिकता को लेकर चाहे जो भी फैसला आए। इस हिंसा ने इंसानियत को मरते देख लिया।
627
अभी तक हिंसा में 38 लोगों ने जान गंवाई है। लेकिन अभी इसका आंकड़ा और बढ़ सकता है।
727
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है सभी के दिल में टीस तो है लेकिन ये उनके दर्द को कम नहीं कर सकता।
827
जिन गाड़ियों को भारत में पैसे जमा कर खरीदते हैं, उन्हें कुछ ऐसे जला दिया गया कि लोग पहचान भी नहीं पाए।
927
दिल्ली पुलिस ने अब तक 130 लोगों को गिरफ्तार किया है। 400 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, अब तक दंगों के लिए 48 एफआईआर दर्ज हुई हैं।
1027
आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन और उनके सहयोगियों पर आईबी के अफसर अंकित शर्मा की हत्या का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, अभी ताहिर की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
1127
शर्मा और दंगों के केस क्राइम ब्रांच और एसआईटी को सौंप दिए गए हैं। एजेंसियों ने जांच भी शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दावा किया था कि दंगे सुनियोजित तरीके से फैलाए गए हैं।
1227
हिंसाग्रस्त इलाकों से बड़ी मात्रा में पेट्रोल बम, रेहड़ी से बने पेट्रोल बम लॉन्चर मिलने से इस साजिश की आशंका और पुख्ता हो रही है। कहा जा रहा है कि ये सब एक रात में नहीं बनाया जा सकता।
1327
उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसा में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख का मुआवजा देने का मांग किया है। इसके अलावा जिनके घर और दुकानें जल गईं हैं, उन्हें पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी।
1427
इसके अलावा सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि घायलों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज का खर्चा भी उठाया जाएगा। रेस्क्यू और रिलीफ अभियान को देखने के लिए सरकार की ओर से 18 एसडीएम तैनात किए गए हैं।
1527
दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने गुरुवार को स्थिति का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने सुरक्षाबलों की तैनाती जारी रखने और पेट्रोलिंग करते रहने का आदेश दिया है।
1627
बता दें कि यह हिंसा पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और उसके आसपास के इलाकों में हुई। दरअसल, 22 फरवरी को देर रात जाफराबाद में मेट्रो स्टेशन के पास कुछ महिलाएं नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने बैठीं थीं।
1727
ये प्रदर्शन 23 फरवरी को भी जारी रहा। 23 फरवरी की शाम को इस प्रदर्शन के पास नागरिकता कानून के समर्थन में कुछ लोग मौजपुर में इकट्ठा हुए थे।
1827
दोनों गुटों में नारेबाजी के बाद हिंसक झड़प हुई। दोनों ओर से पथराव भी हुआ। इसके बाद पुलिस ने वहां पहुंच कर स्थिति काबू में की। 23 फरवरी की रात को उपद्रवियों ने फिर हिंसा शुरू की।
1927
मौजपुर, करावल नगर, बाबरपुर, चांद बाग में पथराव और हिंसा की घटनाएं सामने आईं। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
2027
हिंसा 24 फरवरी यानी सोमवार को भी जारी रही। बाबरपुर करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकलपुरी में भी हिंसा हुई। यहां उपद्रवियों ने पेट्रोल पंप में आग लगा दी।