- Home
- Viral
- मालिक ने 70 लाख में भी नहीं बेची यह भेड़, बोला-1.50 करोड़ चाहिए, जलवा ऐसा कि नाम रख दिया 'मोदी'
मालिक ने 70 लाख में भी नहीं बेची यह भेड़, बोला-1.50 करोड़ चाहिए, जलवा ऐसा कि नाम रख दिया 'मोदी'
सांगली, महाराष्ट्र. भेड़ों में एक नस्ल होती है मेडगयाल...क्या आपको पता है कि इनकी कीमत क्या होती है? यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इस इन भेड़ों की कीमत लाखों में होती है। हाल में महाराष्ट्र के सांगली जिले के एक किसान की भेड़ की कीमत 70 लाख रुपए लगी। लेकिन उसने मना कर दिया। क्योंकि वो 1.50 करोड़ रुपए चाहता था। बता दें कि यह नस्ल सांगली के जाट तहसील में मिलती है। इस नस्ल की भेड़ें बाकियों से बड़ी होती हैं। इनकी मांग भेड़ प्रजनको (ब्रीडर) में ज्यादा है। पशु विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि इस नस्ल का नाम मेडगयाल गांव के नाम पर रखा गया है। इस भेड़ को लोग प्यार से 'मोदी' भी कहते हैं। वजह, गांववालों का मानना है कि जिस तरह मोदी ने हर क्षेत्र में अपना परिचम फहराया, वैसे ही इस नस्ल की भेड़ें हर हाट-बाजार में लोगों के आकर्षण का केंद्र बन जाती हैं।
- FB
- TW
- Linkdin
(ये तस्वीरें सोशल मीडिया से ली गई हैं)
70 लाख रुपए कीमत जिस भेड़ की लगी थी, उसके मालिक बाबू मेटकरी के पास 200 भेड़ें हैं।
जिस भेड़ की कीमत 70 लाख रुपए लगी, उसका असली नाम सरजा है।
(मेडगयाल नस्ल के साथ पशुपालक)
सरजा नामक भेड़ को उसके मालिक अपने लिए शुभ मानते हैं। बताते हैं इस भेड़ के बच्चे की कीमत ही 5 से 10 लाख रुपए है। (मेडगयाल नस्ल के साथ एक अन्य पशुपालक)
महाराष्ट्र भेड़ एवं बकरी विकास निगम के सहायक निदेशक डॉ. सचिन टेकाडे बताते हैं कि सूखाग्रस्त इलाकों में इस नस्ल के पनपने की अधिक संभावना होती है।
2003 में एक सर्वेक्षण के दौरान सामने आया कि सांगली जिले में मेडगयाल नस्ल की 5,319 भेड़ें थीं। अब यह संख्या 1.50 लाख से ज्यादा है।