इमाम ने किया ऐलान: लूडो खेलना है हराम, मुस्लिम होकर खेला ये गेम तो करोगे अल्लाह की तौहीन
- FB
- TW
- Linkdin
जबसे लॉकडाउन शुरू हुआ है, तबसे ऑनलाइन गेम लूडो स्टार काफी बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस गेम के चाहने वाले दुनिया के कई कोनों में फैले हुए हैं।
पाकिस्तान में भी इस गेम के काफी फैन हैं। कई लोग इसे खेल रहे हैं और लॉकडाउन में टाइमपास कर रहे हैं।
लेकिन अब फेसबुक पर पाकिस्तान के एक इमाम ने वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि इस्लाम में लूडो खेलना हराम है। इसके लिए उन्होंने शाहीह मुस्लिम ग्रन्थ का सहारा लिया।
इमाम की पहचान राजा जिया उल हक़ के रूप में हुई। राजा पाकिस्तान के यूथ क्लब के सीईओ हैं।
इमाम ने वीडियो में कहा कि इस्लाम में लूडो खेलना हराम है। मिस्टर राजा के मुताबिक़, इन दिनों लोग लूडो खेलकर उसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। लेकिन उन्हें नहीं पता कि ये हराम है।
इमाम ने दावा किया कि सभी विद्वान इस प्रकार के खेलों को या तो हराम या MAQROO मानते हैं। यह बताने के लिए कि उन्होंने साहिबा मुस्लिम 2260, अबू दाऊद 4939, इब्न माज 3763: हदीस (PBUH) से एक हदीस को बताते हुए कहा कि इन ग्रंथों में लिखा है कि "जो कोई भी पासा के साथ खेलता है, ऐसा लगता है जैसे वह मांस और रक्त में अपना हाथ डुबो रहा हो।
इमाम ने कहा कि लूडो जैसे गेम्स को खेलने में किसी तरह की शारीरिक मेहनत नहीं लगती। ये पूरा खेल किस्मत पर टिका है। और इस्लाम में किस्मत के सहारे कुछ करना वर्जित है। इमाम ने आगे कहा कि चार बन्दर भी बैठकर लूडो खेल सकते हैं। इससे अच्छा है कि कुछ ऐसा खेलो जिसमें शारीरिक मेहनत लगे।
वीडियो के आखिरी में उसने लोगों से कहा कि वो लूडो खेलना बंद कर दें। क्यूंकि आखिर में सबको अल्लाह के पास जाना है। वहां जब सवाल किया जाएगा कि समय क्यों बर्बाद किया, तो क्या जवाब दोगे?