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कोरोना में भारत के इस राज्य में खुला रेड लाइट एरिया, सुबह लगता है किताबों का बाजार, शाम को बदल जाता है नजारा
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एशिया के दूसरे सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में गिना जाने वाला पुणे का बुधवार पेठ इलाके को कोरोना संकट के बीच खोल दिया गया है। यहां एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया, जिसके बाद प्रशासन ने इसे खोलने का फैसला किया।
पुणे पुलिस ने बुधवार पेठ इलाके को कोरोना के शुरूआती दौर में यानी 19 मार्च को ही सील कर दिया था। इसके बाद यहां बाहर से किसी के आने की अनुमति नहीं थी।
लॉकडाउन के बावजूद जहां हर तरह कोरोना के मामले सामने आए वहीं इस एरिया से एक भी मामला सामने नहीं आया। इसके बाद पुलिस ने इस एरिया को को खोल दिया।
हालांकि, अब इस रेड लाइट एरिया का चेहरा पूरी तरह बदल गया है। जैसे HIV के प्रकोप के बाद यहां कंडोम अनिवार्य हो गया था, वैसे ही अब यहां मास्क लगाना जरुरी है।
इसके साथ ही यहां ग्राहकों और सेक्स वर्कर्स दोनों को ही मास्क लगाना जरुरी हो गया है। साथ ही जब कस्टमर यहां आता है तो सबसे पहले उसके हाथ सैनिटाइज किया जाता था। इसके बाद सेक्स के दौरान भी मास्क लगाना अनिवार्य है।
सेक्स वर्कर्स ने अब कोरोना संकट में अपने कस्टमर्स को फोन सर्विस देने की भी शुरुआत की है। बुधवार पेठ इलाके के हेड से बताया कि अब वो अपने ग्राहकों को वीडियो कॉल पर लड़कियों से मिलने का नया आइडिया शुरू कर रहे हैं।
इससे सोशल डिस्टेंसिंग भी होगी और सेक्स वर्कर्स की कमाई भी होती रहेगी। साथ ही उन्होने कहा कि शायद ही अब कभी चीजें नॉर्मल हो पाएंगी। ऐसे में अब नए ऑप्शन तलाशने पड़ेंगे।
बता दें कि बुधवार पेठ इलाका काफी पुराना है। यहां सुबह किताब का बाजार लगता है। जबकि शाम को यहां सेक्स मार्केट लगता है। मार्च के बाद ये एरिया पूरी तरह सुनसान हो गया था।
ये वही बुधवार पेठ इलाका है जहां 2008 में माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक अध्यक्ष बिल गेट्स आए थे। उन्होंने कई सेक्स वर्कर्स से मुलाक़ात की थी और बाद में यहां रहने वाले बच्चों के लिए दो सौ अरब अमेरिकी डॉलर की मदद की थी।
यहां काम करने वाली एक सेक्स वर्कर ने बताया कि पहले जहां एक महीने में उसकी बीस हजार कमाई हो जाती थी। अब मार्च महीने से उसने एक रुपया नहीं कमाया है।