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42 घंटे तक महिला के गर्भ में अटका रहा बच्चे का सिर, प्राइवेट पार्ट का खौफनाक हाल देख डर गए डॉक्टर्स
हटके डेस्क: मां बनना दुनिया का सबसे खूबसूरत अहसास होता है। इस अहसास में मां अपने गर्भ में एक बच्चे को नौ महीने पालती है। इसके बाद उसे जन्म देने के दौरान भीषण दर्द से गुजरती है। हालांकि, जैसे ही बच्चा उसकी गोद में आता है, मां की सारी तकलीफ दूर हो जाती है। लेकिन इंग्लैंड के कम्ब्रिए में रहने वाली 21 साल की मिशा के लिए मां बनना किसी डरावने सपने जैसा साबित हुआ। मिशा को एक-दो घंटे नहीं, बल्कि पुरे 42 घंटे तक लेबर पेन रहा। बार-बार बच्चा बाहर निकलने की कोशिश करता था लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था। 42 घंटे के बाद आखिरकार बच्चे का जन्म हुआ। लेकिन इस दौरान मिशा के वजाइना में थर्ड डिग्री टियर आ गया। यानी उसका प्राइवेट पार्ट इतने बुरे तरीके से फट गया कि डिलीवरी के दो साल के बाद आज भी उसे काफी दर्द रहता है।
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19 साल की उम्र में मां बनी मिशा ने अब लोगों के साथ अपनी प्रेग्नेंसी की स्टोरी शेयर की है। मिशा का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान ये एक समस्या भी होती है, जिसके बारे में महिलाओं को जानकारी नहीं होती।
अपनी स्टोरी लोगों के साथ शेयर करते हुए मिशा ने बताया कि कैसे 19 साल की उम्र में वो पहली बार मां बनी थी। उस दौरान डिलीवरी में कोई भी प्रॉब्लम नहीं दिखाई दी। सब कुछ नॉर्मल था।
लेकिन डिलीवरी के ड्यू डेट से 13 दिन पहले अचानक उसे तेज दर्द हुआ। उसे ऐसा लगा जैसे बच्चेदानी फट गई है। वो तुरंत अस्पताल पहुंची। लेकिन वहां डॉक्टर्स ने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है। इसके बाद उसे वापस घर भेज दिया गया।
इसके अगले 42 घंटे मिशा के लिए काफी मुश्किल थे। आखिर में 40 घंटे दर्द झेलने के बाद मिशा हॉस्पिटल में एडमिट हुई। जहां एक घंटे 20 मिनट की कोशिश के बाद उसने बच्चे को जन्म दिया।
डिलीवरी के बाद जब मिशा को एग्जामिन किया गया, तो पता चला कि उसके प्राइवेट पार्ट को इससे नुकसान पहुंचा है। उसे थर्ड डिग्री टियर हुआ था, जिसे ठीक करने के लिए सर्जरी की जरुरत पड़ी।
उसके प्राइवेट पार्ट में काफी गहरे जख्म हो गए थे। डॉक्टर्स ने बेहोशी की दवा देने के बाद सर्जरी की। इस घटना के दो साल बाद अभी भी उसे काफी दर्द महसूस होता है।
अब मिशा ने इसे लेकर अन्य महिलाओं को जागरूक करने का फैसला किया है। मिशा ने कहा कि लोग इसके बारे में बात भी नहीं करते हैं जबकि डिलीवरी का ये हिस्सा काफी महत्वपूर्ण है। जब उसकी डिलीवरी में ये हादसा हुआ तो शुरुआत के तीन महीने तो वो बैठ भी नहीं पा रही थी।
मिशा अब अन्य महिलाओं को बता रही हैं कि चाइल्ड बर्थ के दौरान इस तरह के हादसे से कैसे बचाव करें। साथ ही इससे बचने के लिए जरुरी स्टेप्स लें। ना कि शर्माएं और चुप रहे। उन्होंने बताया कि इस तरह की स्थिति से बचाव के लिए आप मसाज ले सकते हैं। कई थेरेपीज भी महिला की मदद कर सकती है। इस तरह की स्थिति काफी दर्दनाक होती है इसलिए महिलाओं को इसे हलके में नहीं लेना चाहिए।