कोरोना से बचने के लिए फिनाइल पी गए हजारों लोग, 700 ने तड़पकर दे दी जान
हटके डेस्क। पूरी दुनिया में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे दुनिया भर में अब तक 217, 555 लोगों की मौत हो गई है, वहीं इससे 3,126,806 लोग संक्रमित हैं। ईरान में कोरोना वायरस से 92,584 लोग संक्रमित हैं। इससे वहां 5,877 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच, किसी ने वहां अफवाह उड़ा दी कि मेथेनॉल पीने से कोरोना वायरस का इन्फेक्शन नहीं होता है। इसके बाद बड़ी संख्या में वहां के लोगों ने मेथेनॉल पी लिया। मेथेनॉल जहरीला होता है। मेथेनॉल पीने से वहां करीब 700 लोगों की मौत हो गई। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के सलाहकार होसैन हसैनियन का कहना है कि जहरीली शराब पीने से करीब 200 लोगों की मौत हो गई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया था। ईरान के राष्ट्रीय प्राधिकरण ने कहा है कि जहरीली शराब पीने से 20 फरवरी से 7 अप्रैल के बीच 728 लोगों की मौत हुई है। वहीं, ईरान स्टेट टीवी ने ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान का हवाला देते हुए कहा है कि जहरीली मेथेनॉल पीने से 525 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि कुल 5011 लोगों ने मेथेनॉल पी लिया था। ईरान में शराब की कुल 40 फैक्ट्रियां हैं, लेकिन अभी वहां सिर्फ सैनिटाइजर बनाए जा रहे हैं। देखें, ईरान से कोरोनावायरस से जुड़ी तस्वीरें।
- FB
- TW
- Linkdin
ईरान में कोरोना वायरस का प्रकोप दूसरे एशियाई देशों की तुलना में ज्यादा ही रहा है। अब मेथेनॉल पी लेने की घटना से एक नई समस्या पैदा हो गई है।
ईरान में कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू होने के बाद ही वहां सरकार ने इसे रोकने के उपाय शुरू किए और सतर्कता बरती है।
ईरान में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों ने शुरू से ही सावधानी बरतनी शुरू की।
कोरोना वायरस से निपटने में वहां महिलाओं ने बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने सुरक्षा के उपायों को अपनाने में हमेशा सावधानी बरती।
कोरोना वायरस की शुरुआत होने पर लोगों ने मास्क पहनना शुरू किया और हेल्थ डिपार्टमेंट के निर्देशों को भी माना। लेकिन अफवाहों का बाजार गर्म रहने से कुछ लोग इसके भी शिकार हुए।
वैसे, शुरुआत में लोगों ने धार्मिक आयोजनों में जाना जारी रखा। इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर सके।
कोरोना वायरस का मुकाबला ईरान की महिलाओं ने बेहतर तरीके से किया।
शुरुआत में ईरान में लोगों ने इस वायरस को उतन खतरनाक नहीं समझा था। वे मास्क तो लगाते थे, लेकिन सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन नहीं कर रहे थे।
ईरान के एक अस्पताल में कोराना वायरस के मरीजों के इलाज का इंतजाम करते हुए हेल्थ वर्कर्स।
कोरोना वायरस के फैलने के बाद लोगों ने खुद घरों से निकलना बंद कर दिया। तेहरान की हमेशा व्यस्त रहने वाली एक सड़क पर करीब-करीब सन्नाटा फैला है।
ईरान के एक अस्पताल में कोरोना के मरीजों का इलाज हो रहा है। एक हेल्थ वर्कर उनसे संबंधित डिटेल्स दर्ज करने में लगा है।