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- 'सीता' और 'रावण' के 35 साल बाद 'राम' की राजनीति में एंट्री, हनुमानजी भी राज्यसभा में जा चुके हैं
'सीता' और 'रावण' के 35 साल बाद 'राम' की राजनीति में एंट्री, हनुमानजी भी राज्यसभा में जा चुके हैं
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12 जनवरी, 1958 को यूपी के मेरठ में जन्मे अरुण गोविल ने सहारनपुर और शाहजहांपुर में अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की। फिर मथुरा से बीएससी किया। लॉकडाउन के दौरान रामायण का फिर से प्रसारण हुआ था, तो इस सीरियल की कास्ट फिर से चर्चा में आ गई थी।
अरुण गोविल 1988 के आसपास कांग्रेस में रहे थे, लेकिन अपनी छवि को देखते हुए उन्होंने इलेक्शन में खड़े होने से मना करा दिया था। पार्टी उन्हें इंदौर से चुनाव लड़ाना चाहती थी।
अब बता दें की रामायण की सीता यानी दीपिका चिखलिया 1991 में बड़ौदा लोकसभा, जबकि अरविंद त्रिवेदी साबरकांठा सीट से सांसद चुने गए थे। दीपिका को इस चुनाव में 276,038 वोट मिले थे, जबकि उनके विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार को 241,850 वोट मिले थे।
(मोदी के साथ पिछले दिनों की तस्वीर)
लंकेश यानी अरविंद त्रिवेदी का भी राजनीति में अच्छा दखल रहा है। वे सीता यानी दीपिका चिखलिया के साथ संसद में देखे जाते थे।
रामायण में हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह भी भाजपा के साथ जुड़े रहे। वे साल 2003 से 2009 तक राज्यसभा के नामित सदस्य रहे।