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तस्वीरों में देखें कैसे अफगानिस्तान में जमीन खोदकर अपनों की लाशें निकाल रहे लोग, हर तरफ सिर्फ मौत ही मौत
नई दिल्ली। अफगानिस्तान में मंगलवार देर शाम भयावह भूकंप आया। रेक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6 बताई जा रही है। भूकंप ने पक्तिका राज्य के चार जिलों को ज्यादा प्रभावित किया। इस आपदा में अब तक करीब एक हजार लोगों के मारे जाने की सूचना है, जबकि 700 से अधिक लोग घायल हैं। वहीं, सैंकड़ों लोग अब भी गायब हैं और स्थानीय लोग अपने स्तर पर उनकी तलाश कर रहे हैं। हर तरफ मौत ही मौत दिखाई दे रही है। जमीन खोदी जा रही है, मलबे हटाए जा रहे हैं, ताकि कहीं से कोई शख्स जो दबा-फंसा हो उसे बचाया जा सके। सबसे बुरी हालत बच्चों और बुजुर्गों की है। वहीं, दूर-दराज का इलाका होने से समय से मदद भी नहीं पहुंच पा रही, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। राहत व बचाव कार्य धीमा होने की वजह से जिन लोगों को बचाया भी जा सकता था, वे नहीं बच सके। वहीं, तालिबानी लड़ाके भी कुछ जगह लोगों की मदद को आगे आए। आइए तस्वीरों में देखते है अफगानिस्तान में आए भूकंप के बाद का खौफनाक मंजर, जब लोग जिंदगी की जद्दोजहद में लगे हैं।
| Published : Jun 22 2022, 06:04 PM IST / Updated: Jun 22 2022, 11:31 PM IST
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अफगानिस्तान में मंगलवार देर शाम आए भूकंप की वजह से जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। अब तक करीब एक हजार लोगों के मारे जाने की सूचना है।
रेक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता करीब छह बताई जा रही है। अब भी सैंकड़ों लोग ऐसे हैं, जिनका पता नहीं चल सका है।
भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान पक्तिका राज्य के चार जिलों को हुआ है। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के खोस्त शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है।
विदेशी एजेंसियों का दावा है कि भूकंप का असर करीब 500 किलोमीटर के दायरे में था। ऐसे पाकिस्तान में भी भूकंप का असर देखा गया है।
भूकंप वाले क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य जारी है, मगर दूर-दराज का इलाका होने की वजह से यह बेहद धीमा है। ऐसे में ऑपरेशन को अंजाम देने में परेशानी हो रही है।
यहां हर तरफ मौत ही मौत दिखाई दे रही है। लोग चाह कर भी अपनों की तलाश नहीं कर पा रहे क्योंकि साधन-संसाधन बेहद सीमित हैं।
कई जगहों पर तो जो लोग बचे हैं वे खुद ही जमीनें खोद रहे हैं, मलबे हटा रहे हैं, जिससे अपनों की तलाश की जा सके।
लोग नाम पुकार रहे, आवाजें लगा रहे कि शायद कहीं कोई दबा या फंसा पड़ा हो और बोल दे, जिससे उसे बचाया जा सके।
इस भूकंप की वजह से बहुत से परिवार उजड़ गए हैं। वहीं, बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।
सब कुछ तबाह हो जाने की वजह से लोगों को खाना या पानी भी नहीं मिल पा रहा है। वहीं, राहत सामग्री भी सरकार की ओर से नहीं पहुंचाई गई है।
रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद धीमा है। ऐसे में कई जगह तो तालिबानी लड़ाके भी स्थानीय लोगों के साथ उनकी मदद करते देखे जा रहे हैं।
अफगानिस्तान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय इमरजेंसी एजेंसियों से मदद मांगी है। अफगान सरकार के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने कहा है कि पक्तिका प्रांत के चार जिलों में भूकंप आया है। इसके चलते सैकड़ों लोगों की मौत हुई है। सैकड़ों घर तबाह हो गए हैं। इमरजेंसी एजेंसियों से अपील है कि हमारी मदद करें।