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दुनिया के तीसरे देश ने किया कोरोना की दवा ढूंढ़ने का दावा, कहा- 100% होगा वायरस का खात्मा
वाशिंगटन. कोरोना के संकट से जूझ रही दुनिया को राहत दिलाने के लिए वैज्ञानिक दिन रात काम कर रहे हैं। दुनिया के कई देशों में वैज्ञानिकों की टीम वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है। इन सबके बीच अमेरिका की एक कंपनी ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस का 'इलाज' ढूंढ लिया है। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया की बायोटेक कंपनी Sorrento Therapeutics ने कहा है कि STI-1499 नाम की एंटीबॉडी तैयार की है। इससे पहले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने बंदरों पर वैक्सीन का सफल ट्रायल किया है। वहीं, इजरायल और इटली ने पिछले दिनों वैक्सीन खोज लेने का दावा किया था।
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कंपनी ने कहा कि पेट्री डिश एक्सपेरिमेंट में पता चला कि STI-1499 एंटीबॉडी कोरोना वायरस को इंसानों के सेल्स में संक्रमण फैलाने से 100 फीसदी रोक देता है।
सोरेन्टो कंपनी न्यूयॉर्क के माउंट सिनई स्कूल ऑफ मेडिसीन के साथ मिलकर कई एंटीबॉडी तैयार करने पर काम कर रही है। कंपनी ने योजना तैयार की है कि कई एंटीबॉडी को मिलाकर 'दवा का कॉकटेल' तैयार किया जाए।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, सोरेन्टो कंपनी ने एक प्रेस रिलीज में कहा है कि वह एक महीने में एंटीबॉडी के 2 लाख डोज तैयार कर सकती है। कंपनी ने STI-1499 एंटीबॉडी के इस्तेमाल की मंजूरी के लिए अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) को आवेदन भेजा है। कंपनी ने आपातकाल के आधार पर मंजूरी मांगी है।
कंपनी के स्टॉक के दाम में 220 फीसदी का उछाल देखने को मिला। सोरेन्टो के सीईओ डॉ. हेनरी जी ने फॉक्स न्यूज से कहा- 'हम कहना चाहते हैं कि इसका एक इलाज है। यह इलाज 100 फीसदी कारगर है।'
सीईओ डॉ. हेनरी ने कहा कि अगर आपके शरीर में वायरस को न्यूट्रलाइज करने के लिए एंटीबॉडी मौजूद रहते हैं तो आपको सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत नहीं होगी। बिना डर के पाबंदियां हटाई जा सकती हैं।
टेस्ट लैब में इंसानी सेल्स पर इस एंटीबॉडी का परीक्षण किया गया है। इंसानों पर सीधे तौर से इसका परीक्षण नहीं हुआ है। एंटीबॉडी का साइड इफेक्ट भी फिलहाल पता नहीं है और यह भी नहीं मालूम कि इंसानी शरीर में यह कैसे बर्ताव करेगा।
बंदरों पर ट्रायल हुआ सफल
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को वैक्सीन के मामले में कामयाबी मिली है। अमेरीका और ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का दावा है कि यूनिवर्सिटी में जिस वैक्सीन पर काम चल रहा था। उसके ट्रायल में नतीजे अच्छे आए हैं। इस वैक्सीन को 6 बंदरों पर टेस्ट किया गया था। इसमें पाया गया है कि वैक्सीन बंदरों पर काम कर रही है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि अब इस वैक्सीन का ट्रायल इंसानों पर शुरू हो गया है। अब इस वैक्सीन का अन्य वैज्ञानिकों पर रिव्यू कराया जाएगा। ब्रिटेन की दवा कंपनी एजेडएन.एल ने पिछले महीने ये जानकारी दी थी कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप और जेनर इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों ने कोरोना वैक्सीन पर काम शुरू किया है।
इटली ने भी वैक्सीन तैयार करने का किया था दावा
इटली ने भी पिछले दिनों दावा किया था कि उसने इसकी वैक्सीन की खोज कर ली है। इटली की सरकार ने दावा किया है कि उसने ऐंटी बॉडीज को ढूंढ निकाला है जिसने मानव कोशिका में मौजूद कोरोना वायरस को खत्म कर दिया है।
इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्नेट ने भी पिछले दिनों दावा किया था कि देश के डिफेंस बायोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ने कोरोना वायरस का टीका बना लिया है। उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट ने कोरोना वायरस के एंटीबॉडी को तैयार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
रक्षा मंत्री बेन्नेट ने बताया था कि कोरोना वायरस वैक्सीन के विकास का चरण अब पूरा हो गया है और शोधकर्ता इसके पेटेंट और व्यापक पैमाने पर उत्पादन के लिए तैयारी कर रहे हैं। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अंतर्गत चलने वाले बेहद गोपनीय इजरायल इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रीसर्च के दौरे के बाद बेन्नेट ने यह ऐलान किया।