चीन की 'फूफागीरी' से अमेरिका भी चिढ़ा, भारत के बाद उससे भी मुंह फुलाकर बैठा ड्रैगन
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पहले जानते हैं कि अमेरिका के विदेश विभाग ने क्या कहा
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ है। लेकिन अमेरिका ने अप्रत्यक्ष तौर पर यह भी जता दिया कि वो इस मामले में अपने दोस्त भारत के साथ खड़ा है। नेड ने कहा-'हम दोस्तों के साथ खड़े रहेंगे, हम साझेदारों के साथ खड़े होंगे। इस मामले में, इंडो-पैसिफिक में अपनी साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए खड़े होंगे।'
(यह तस्वीर फरवरी, 2020 की है, जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर आए थे। इनसेट वाइडेन और नेड प्राइस)
अमेरिका और चीन में टेंशन
अमेरिका के बदलते रुख से चीन बौखलाने लगा है। वो अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर प्रहार करने की कोशिश कर रहा है। ताजा मामला हॉलीवुड फिल्मों से जुड़ा है। बता दें कि हॉलीवुड की फिल्मों का 70 प्रतिशत रेवेन्यू विदेश से आता है। चीन ने अपने यहां हॉलीवुड की फिल्मों का अघोषित रूप से बॉयकाट कर रखा है। एक मीडिया हाउस की रिपोर्ट के अनुसार चर्चित फिल्म एनालिस्ट शॉन रॉबिन ने बताया कि लॉकडाउन के बाद चीन ने अपने सिनेमाघर खोल दिए। हॉलीवुड ने अपनी तमाम फिल्में चीन के भरोसे रिलीज कर दीं। लेकिन उसे दर्शक नहीं मिले और बड़ा घाटा उठाना पड़ा। लिहाज अब 2 अप्रैल को जेम्स बॉन्ड की फिल्म नो टाइम टु डाई अक्टूबर में आएगी। इसी के साथ 100 फिल्मों की रिलीजिंग रोक दी गई है। बता दें कि अमेरिकी बॉक्स ऑफिस की सालाना कमाई 7400 करोड़ रुपए है। इसमें चीन का बड़ा योगदान है। लिहाजा अब हॉलीवुड भारत की ओर देख रहा है। हमारे यहां बॉक्स आफिस का सालाना कलेक्शन 3.2 लाख करोड़ रुपए है।
वाइडेन नहीं हैं चीन से खुश
वाइडेन ने 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेते समय कहा था कि उनके प्रशासन में चीन को कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलेगी। इसकी वजह चीन का अड़ियल रवैया, भारत के अलावा दूसरे मुल्कों पर बेवजह दबाव और व्यापारिक चालाकियां हैं।
ट्रम्प सरकार ने भी अपनी विदाई के समय चीन को चेताया था। ट्रम्प सरकार में विदेश मंत्री रहे माइक पॉम्पियो ने भारत को अमेरिका का दोस्त बताते हुए चीन से सतर्क रहने को कहा था।
(File Photo)
चीन लगातार भारत के खिलाफ उकसाने वाली गतिविधियां कर रहा है। हाल में अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सीमा के अंदर चीन द्वारा गांव बसाने की तस्वीर सामने आई थी। इसमें 101 घर दिखाई दे रहे थे।
इससे पहले चीन ने लद्दाख की गलवान घाटी में घुसने की कोशिश की थी। इसके बाद भारत और चीन की सैनिकों की बीच खूनी झड़प हो गई थी। घटना 15 जून, 2020 की है। इसमें भारतीय सेना ने कर्नल संतोष सहित 20 जवानों को खो दिया था।