MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • World News
  • कब्रिस्तान में बदल रहा इटली, 24 घंटे में 793 की मौत; मदद के लिए रूस ने भेजी सेना

कब्रिस्तान में बदल रहा इटली, 24 घंटे में 793 की मौत; मदद के लिए रूस ने भेजी सेना

रोम. कोरोना वायरस दुनिया के 188 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। अब तक 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के वुहान से निकला यह वायरस दुनियाभर के लिए एक मुसीबत बन चुका है। जहां चीन में अब स्थिति काबू में है, वहीं इटली में हर रोज हालत और ज्यादा बिगड़ रहे हैं। यहां पिछले 24 घंटे में 793 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 6500 नए मामले सामने आए हैं।

4 Min read
Asianet News Hindi
Published : Mar 22 2020, 01:27 PM IST| Updated : Mar 24 2020, 04:48 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
119
कोरोना से मौत के मामले में इटली ने चीन को काफी पीछे छोड़ दिया है। यहां अब तक 4825 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में अब तक कोरोना से करीब 3261 लोगों की मौत हुई हैं।
219
इटली में सबसे ज्यादा प्रभावित लोम्बार्डी है। यहां 21 मार्च को 546 लोगों की मौत हुई है। इटली में हर रोज मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। यहां 20 मार्च को 627, 19 मार्च को 427 लोगों की मौत हुई थी।
319
उधर, इटली में बिगड़ते हुए हालातों को देखकर रूस ने मदद की पेशकश की है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इटली में मदद के लिए सेना भेजने का फैसला किया है।
419
इटली में रविवार से रूस की सेना मेडिकल मदद उपलब्ध कराएगी। पुतिन ने शनिवार को इटली के प्रधानमंत्री ज्यूसेपे कॉन्टे से बात की। इस दौरान उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था। (फाइल फोटो)
519
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि विशेष विमान के द्वारा रविवार के इटली में मेडिकल उपकरणों के आठ मोबाइल ब्रिगेड भेजी गईं।
619
रूस में अब तक कोरोना के 306 केस सामने आए हैं। वहीं, यहां एक की मौत भी हुई है।
719
इटली में लॉकडाउन है। यहां करीब 6 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद हैं। यहां तक की इटली सरकार ने सभी पार्कों को भी बंद कर दिया है। सरकार ने सभी लोगों से घर पर ही एक्सरसाइज करने को कहा है।
819
समाचार एजेंसी के रॉयटर्स के मुताबिक, इटली में मौत का जो आंकड़ा अभी तक सामने आया है, मौतें उससे कई गुना ज्यादा हुई हैं। इटली के लोम्बार्डी के मेयर ने बताया कि यहां आधिकारिक आंकड़ों से चार गुना ज्यादा मौतें हुई हैं।
919
मेयर ने हफिंगटन पोस्ट को बताया, बूढ़े लोग घर और वृद्धाश्रम में मर रहे हैं। इनकी कोई परवाह नहीं कर रहा है। इसके अलावा यहां रहने वाले कई लोगों ने भी इस बात की पुष्टि की है।
1019
इटली की सरकार ने पिछले हफ्ते ही 25 मार्च तक सभी रेस्टोरेंट, बार और दुकानें बंद करने का आदेश दिया था। इटली में लॉकडाउन है। लेकिन इन सबके बाद भी मौतों का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है।
1119
दुनिया में कुल मौतों में 36.6% अकेले इटली में हुई हैं। इटली का लोम्बार्डी नया वुहान बन रहा है। वुहान में ही कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। यहीं दिसंबर में पहली मौत हुई थी। चीन में सबसे ज्यादा मौतें इस प्रांत में ही हुई हैं।
1219
इटली में सेना को बुलाया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहां सेना के ट्रकों में शवों को लादकर ले जाया जा रहा।
1319
शवों को दूसरी जगह ले जाकर दफनाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई देशों में शवों को दूसरी जगह ले जाकर दफनाया जा चुका है। ये तस्वीरें कोरोना की सबसे भयावह तस्वीरों में से एक हैं।
1419
इटली में आधिकारिक तौर पर 20 फरवरी को पहले केस की पुष्टि हुई थी। यहां 1 महीने में ही स्थिति बेहद खराब हो गई। लगातार बढ़ते मामलों के चलते इटली के लोम्बार्डी में अस्पतालों में जगह नहीं बची।
1519
इटली में लॉकडाउन है और लोगों को सार्वजनिक जगहों पर एक दूसरे से 3 फुट की दूरी पर रहने को कहा गया है। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, रेस्तरां, सिनेमा हॉल को बंद कर दिया गया है।
1619
यहां तक की मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस कम पड़ गई हैं। ICU में भी जगह नहीं बची। डॉक्टरों की कमी है। यहां तक की डॉक्टर अस्पतालों के बाहर मरीजों की जांच कर रहे हैं।
1719
बढ़ती हुई मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्थाई अस्पताल और आईसीयू सेंटर भी बनाए जा रहे हैं। (इटली के मिलान में तैयार होता आईसीयू))
1819
देश की सड़कें वीरान हो चुकी हैं। जहां कभी लोगों की भीड़ लगी रहती थी। वहां अब इक्के-दुक्के लोग नजर आ रहे हैं।
1919
सड़कों पर दिखने वाले लोगों को पुलिस को बाहर निकलने की वजह बतानी पड़ रही है। वाजिब कारण ना होने पर उन्हें वापस घर भेज दिया जा रहा है।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved