MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • World News
  • चौंकाने वाले हैं कुरान के 'रहस्य', इस्लाम की नजर में ये है ईसा मसीह की हैसियत

चौंकाने वाले हैं कुरान के 'रहस्य', इस्लाम की नजर में ये है ईसा मसीह की हैसियत

यरुशलम: भले ही आस्था और उसे मानने के तौर तरीकों को लेकर ईसाइयत, इस्लाम से अलग है मगर दोनों के बीच गहरा रिश्ता है। इस रिश्ते का सबूत इस्लाम की सबसे पवित्र किताब कुरआन-ए-शरीफ (बोलचाल की भाषा में कुरान) में भी मिलता है। हालांकि 'श्रेष्ठता' और कुछ मतभेदों की वजह से सैकड़ों साल के इतिहास में इस्लाम और ईसाइयत के बीच कई मर्तबा खूनी संघर्ष के उदाहरण मिलते हैं।

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Dec 25 2019, 01:49 PM IST| Updated : Dec 25 2019, 08:37 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
16
मुसलमानों की नजर में ईसा मसीह ईसाइयों के पैगंबर हैं। मुसलमान, ईसा मसीह को भी सम्मान देते हैं। कुरान में ईसा मसीह का जिक्र एक ऐसे अहम व्यक्ति के तौर पर की गई है जो पैगंबर मोहम्मद साहब से पहले के थे। अरबी भाषा में जीसस को ईसा कहते हैं। कुरान में कई बार, पैगंबर मोहम्मद के नाम से ज्यादा ईसा के नाम का जिक्र हुआ है।
26
बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि कुरान में केवल एक महिला का जिक्र है। वो महिला वर्जिन मेरी है जिन्हें अरबी में मरियम कहा जाता है। मरियम ईसा मसीह की मां थीं। कुरान में इनके नाम एक पूरा अध्याय है जिसमें ईसा मसीह के जन्म की कहानी है। हालांकि इस्लाम में ईसा मसीह के जन्म की कहानी बाइबल से अलग है। कुरान में जन्म की कहानी में न तो जोसेफ हैं और न ही फरिश्ते।
36
कहानी के मुताबिक मरियम ने रेगिस्तान में ईसा को जन्म दिया था। वो अकेले थीं और जन्म के वक्त उन्होंने एक सूखे हुए खजूर के पेड़ की पनाह ली थी। जन्म देने के बाद एक चमत्कार हुआ। मरियम के खाने के लिए पेड़ से खजूर गिरा और पास ही पानी का एक सोता भी फूट गया।
46
मरियम कुंवारी थीं। इस एक से अविवाहित महिला का बच्चे को जन्म देना उसके चरित्र पर सवाल खड़े कर सकता था। मगर उस दौरान नवजात ईसा ने ईश्वर के दूत की तरह बोलना शुरू कर दिया। चमत्कार से एक मां निर्दोष साबित हो जाती है।
56
मुस्लिमों का मानना है कि कयामत के दिन ईसा जो पैगंबर भी हैं, वापस लौटेंगे। अरबी मुस्लिम साहित्य में ईसा की तारीफ के सबूत कुरान से पहले है। एक सूफी ने उन्हें "आत्माओं का पैगंबर" बुलाया है।
66
ईसा और मरियम के नाम भी मुसलमानों में प्रसिद्ध हैं। मगर मुस्लिम जगत ईसा के जन्मदिन का जश्न नहीं मनाता। ठीक इसी तरह ईसाई समाज भी पैगंबर मोहम्मद से जुड़े जश्न नहीं मनाता।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved