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डेनमार्क के राज परिवार और भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में शामिल हुए नेताओं को नरेंद्र मोदी ने दिए अनोखे तोहफे
कोपेनहेगन (डेनमार्क)। तीन दिन की यूरोपीय देशों की यात्रा के दौरान बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने डेनमार्क में भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इसके साथ ही उन्होंने डेनमार्क के राज परिवार से भी मुलाकात की। उन्होंने राज परिवार के सदस्यों और नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडेन व फिनलैंड के प्रधानमंत्री को नायाब तोहफे दिए। डेनमार्क के क्राउन प्रिंस फ्रेडरिक को पीएम ने छत्तीसगढ़ का डोकरा बोट गिफ्ट किया।
| Published : May 04 2022, 07:17 PM IST / Updated: May 04 2022, 07:25 PM IST
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डोकरा बोट को लॉस्ट-वैक्स कास्टिंग तकनीक से बनाया जाता है। इस तरह की धातु कास्टिंग का उपयोग भारत में करीब 4 हजार साल से किया जा रहा है। इसके कारीगर मुख्यरूप से मध्य और पूर्वी भारत में हैं। इस तकनीक से बने उत्पादों की घरेलू और विदेशी बाजारों में बड़ी मांग है।
एच.एम. क्वीन मार्गरेथ को दी गुजरात की रोगन पेंटिंग
पीएम नरेंद्र मोदी ने एच.एम. क्वीन मार्गरेथ को गुजरात की रोगन पेंटिंग भेंट की। रोगन पेंटिंग गुजरात के कच्छ जिले में प्रचलित कपड़े की छपाई की एक कला है। इस शिल्प के लिए पेंट उबले हुए तेल और वेजिटेबल रंगों को मिलाकर बनाया जाता है। 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में यह शिल्पकला खत्म होने की स्थिति में पहुंच गई थी। रोगन पेंटिंग को केवल एक परिवार द्वारा जिंदा रखा गया। 'रोगन' शब्द फारसी से आता है, जिसका अर्थ है वार्निश या तेल।
एचआरएच क्राउन राजकुमारी मैरी को दिया सिल्वर मीनाकारी बर्ड फिगर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एचआरएच क्राउन राजकुमारी मैरी को बनारस में बना सिल्वर मीनाकारी बर्ड फिगर गिफ्ट किया। यह कला लगभग 500 साल पुरानी है। इस कला की जड़ें फारस की मीनाकारी से जुड़ी हैं। कांच को फारसी में मीना कहा जाता है। बनारस मीनाकारी का सबसे विशिष्ट तत्व विभिन्न उत्पादों पर विभिन्न रंगों में गुलाबी रंग का उपयोग है।
नॉर्वे के पीएम को दिया ढाल
नरेंद्र मोदी ने नॉर्वे के पीएम को राजस्थान के कोफ्तगिरी कला का ढाल गिफ्ट किया। कोफ्तगिरी धातु पर तारकशी की कला है। यह राजस्थान की एक पारंपरिक कला है। पहले इसकी मदद से हथियारों और कवच को सजाया जाता था। आज इसे पिक्चर फ्रेम, बक्से, वॉकिंग स्टिक और डेकोरेटिव तलवारें, खंजर और युद्ध के सामानों की सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें सोने और चांदी के तारों से सजावट की जाती है।
स्वीडेन के पीएम को मिला पश्मीना स्टॉल
नरेंद्र मोदी ने स्वीडेन के पीएम को जम्मू-कश्मीर का पश्मीना स्टॉल गिफ्ट किया। इसे पैपियर मच बॉक्स में रखा गया था। कश्मीरी पश्मीना स्टॉल लग्जरी और एलिगेंस का प्रतीक है। इसे दुर्लभ सामग्री और उत्तम शिल्प कौशल के लिए पहचाना जाता है। कोमलता के साथ यह स्टॉल गर्मी भी देता है।
फिनलैंड के पीएम को मिला पीतल का पेड़
नरेंद्र मोदी ने फिनलैंड के पीएम को राजस्थान में बना पीतल का पेड़ उपहार दिया। पेड़ जीवन और विकास का प्रतीक है। एक पेड़ की शाखाएं बढ़ती हैं और ऊपर की ओर विकसित होती हैं और इसमें विभिन्न जीवन रूप शामिल होते हैं जो समावेशिता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
डेनमार्क के पीएम को मिली कच्छ की कढ़ाई
नरेंद्र मोदी ने डेनमार्क के प्रधानमंत्री को गुजरात के कच्छ की कढ़ाई दी। इस दीवार से लटकाया जा सकता है। कच्छ कढ़ाई गुजरात के कच्छ जिले के आदिवासी समुदाय की हस्तकला है। कढ़ाई अधिकतर महिलाओं द्वारा तैयार की जाती है। इसे सूती कपड़े पर तैयार किया जाता है। इसमें एक जाल के रूप में असंख्य रंगों के रेशम या सूती धागों का उपयोग किया जाता है।