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- इमरान के लिए पहले भी मुसीबत बनीं मरियम, भाषण के दम पर नियाजी को गद्दी से उतारा, फोटो में देखिए ग्लैमरस अंदाज
इमरान के लिए पहले भी मुसीबत बनीं मरियम, भाषण के दम पर नियाजी को गद्दी से उतारा, फोटो में देखिए ग्लैमरस अंदाज
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पिछले महीने इमरान खान का जब प्रकरण उठा तो मरियम नवाज शरीफ का नाम तेजी से सामने आने लगा। कहा जाता है कि मरियम वही शख्स थीं, जिन्होंने इमरान खान को अपने सियासी दाव-पेंचों से परेशान कर रखा था।
पाकिस्तान में चर्चा जोरों पर है कि मरियम नवाज शरीफ ने इमरान खान का राजनीतिक करियर तबाह कर दिया है। इमरान खान नियाजी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की गद्दी से उतारने में मरियम नवाज का नाम सबसे पहले लिया जाता है।
दरअसल, मरियम नवाज का ताल्लुक पाकिस्तान के बड़े राजनीतिक घराने से है। यह राजनीतिक घराना है शरीफ परिवार। जी हां, मरियम पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी हैं। मरियम के चाचा शहबाज शरीफ इस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं।
मरियम नवाज की पार्टी का नाम है पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज यानी पीएमएल-एन। इमरान खान जब प्रधानमंत्री थे, तब मरियम की पार्टी विपक्ष में थी। मरियम राजनीति में जब आई, तब तक देर हो चुकी थी। उनकी उम्र तब 40 के आसपास थी।
हालांकि, पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मरियम राजनीति में आई भले देर से, मगर सही समय पर इंट्री मारी। ऐसे समय में जब नवाज शरीफ कमजोर साबित हुए, तब मरियम ने परिवार की राजनीतिक विरासत को संभाला और अब उसकी परंपरा बखूबी निभा रही हैं।
मरियम नवाज शरीफ की पहचान अब सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी के तौर पर नहीं रह गई है। वे पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज यानी पीएमएल-एन की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और पाकिस्तान की सियासत में मजबूत राजनेता के तौर पर उनकी छवि बनी है।
मरियम नवाज ने राजनीति में वर्ष 2012 में कदम रखा। आते ही उन्होंने अपने पिता के चुनाव अभियान की कमान संभाली और काबिलियत के दम पर वर्ष 2013 में पार्टी को जीत दिलाई। यह नवाज शरीफ की पार्टी की सबसे बड़ी जीत थी।
पिता को प्रधानमंत्री की गद्दी पर बिठाने के बाद मरियम नवाज शरीफ ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की युवा इकाई की बागडोर संभाल ली। हालांकि, अब जबकि नवाज शरीफ राजनीति में सक्रिय नहीं हैं, तो पार्टी में दूसरे नंबर की नेता के तौर पर वही उभरी हैं। पहले नंबर पर पार्टी अध्यक्ष शहबाज शरीफ हैं, जो नवाज शरीफ के छोटे भाई और मरियम के चाचा हैं।
दावा किया जाता है कि सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद नवाज शरीफ जब सक्रिय राजनीति से हटे, तभी से मरियम इमरान खान के पीछे पड़ गई थीं। वह लगातार प्रधानमंत्री रहते हुए इमरान खान पर निशाना साध रही थीं और उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर रही थीं।
यह मरियम नवाज की मेहनत का नतीजा था कि इमरान को कुर्सी छोड्ने के लिए मजबूर होना पड़ा। मरियम ने अपने भाषणों के जरिए इमरान पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कई चुनौतियां सामने रखीं और विश्वास मत का मुद्दा उठाया।